कोविंद ने लगायी बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शनिवार को यहां  काशी विश्वनाथ मंदिर में सपरिवार पूजा-अर्चना की तथा दशाश्वमेध घाट पर प्रसिद्ध गंगा आरती में शामिल हुये। पूर्वांचल के तीन दिवसीय दौरे के पहले दिन राष्ट्रपति ने पत्नी सविता कोविंद के साथ विधि-विधान के साथ दुग्धाभिषेक कर बाबा भोले की पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने मंदिर परिसर से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर निर्माण कार्य देखा।

बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगाने के बाद वह मंदिर से चंद कदमों की दूरी पर स्थित दशाश्वमेध घाट पहुंचे, जहां उन्होंने शाम की विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में शामिल हुए तथा मां गंगा की पूजा की।

राष्ट्रपति के साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश के मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी एवं रविंद्र जायसवाल समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे। कोविंद के राष्ट्रपति के तौर पर गंगा आरती में प्रथम आगमन पर दशाश्वमेध घाट को विशेष तौर पर फूलों एवं रोशनी से आकर्षक तरीके से सजाया गया। हर-हर महादेव के जयकारे, शंख, डमरू एवं घंटों की ध्वनि के बीच श्री कोविंद एवं अन्य अतिथि गंगा तट पर अद्भुत भक्तिमय नज़ारे को निहारते रहे। कोरोना के कारण आरती में चुनिंदा लोगों आरती में शामिल होने का मौका मिला।

इससे पहले, राष्ट्रपति के अपने तय कार्यक्रम पर बाबतपुर के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचने पर  पटेल एवं योगी ने उन्हें शॉल एवं पुष्प गुच्छ भेंटकर उनकी आगवानी की। इस अवसर पर प्रदेश के मंत्री डॉ तिवारी एवं श्री जायसवाल, सांसद बी पी सरोज, मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल एवं आईजी विजय सिंह मीणा मौजूद थे। कोविंद हवाई अड्डे से सपरिवार वायु सेना के हेलीकॉप्टर से बीएलडब्ल्यू (पूर्व नाम डीएलडब्ल्यू) पहुंचे, जहां वह गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 14 मार्च यानी रविवार को वह सोनभद्र में आयोजित ‘वनवासी संगम’ में शामिल होंगे, जहां जिले के चपकी स्थित ‘सेवा कुंज आश्रम’ के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वह मिर्जापुर का रुख करेंगे, जहां शाम करीब छह बजे विंध्याचल के प्रसिद्ध ‘विंध्यवासनी देवी मंदिर’ में दर्शन-पूजन के बाद रात में वाराणसी वापस आएंगे।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति सोमवार को एक मीडिया समूह की ओर से यहां के ताज होटल में आयोजित ‘गंगा, वातावरण और भारत की संस्कृति’ विषयक समारोह के उद्घाटन सत्र में पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे शामिल होंगे। कार्यक्रम के वह बाद विशेष विमान से दिल्ली लौट जाएंगे।  कोविंद के दौरे एवं कार्यक्रमों को देखते हुए सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था समेत तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बाबतपुर के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, बीरेका या बीएलडब्ल्यू परिसर (पूर्व का नाम डीएलडब्ल्यू या डीरेका) स्थित अस्थायी हेली पैड एवं गेस्ट हाउस,  काशी विश्वनाथ मंदिर, दशाश्वमेध घाट के अलावा संभावित सड़क यात्रा मार्गों पर सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किये गये हैं। राष्ट्रपति की सड़क यात्रा के दौरान आम लोगों के लिए यातायात व्यवस्था में कई प्रकार के बदलाव किये गये हैं। संभावित यात्रा एवं कार्यक्रम स्थलों पर पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया गया है।

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