Kota Flood: सामने आये नुकसान के आंकड़े, 5142 मकान हुए क्षतिग्रस्त, 508 गांवों में फसलें चौपट
कोटा. कोटा संभाग में भारी बारिश (Heavy Rain) के कारण आई बाढ़ (Flood) से अकेले कोटा जिले में ही 5142 मकान क्षतिग्रस्त हो गये और 508 गांवों में फसलों और जानवरों (Crops and Animals) का भारी नुकसान हुआ है. जिलेभर में करीब 1100 किलोमीटर सड़कों को खासा नुकसान हुआ है. जलदाय विभाग के 67 ट्यूबवैल प्रभावित हुए हैं. विद्युत निगम के 250 ट्रांसफार्मर और दो स्थानों पर जीएसएस में नुकसान हुआ है. सिंचाई विभाग के 149 स्ट्रेक्चर को क्षति पहुंची है. जिले में 143 पशुओं की अकाल मौत हो गई. इस बीच नुकसान का जायजा लेने आई केन्द्रीय गृह मंत्रालय की टीम भी फील्ड में पहुंच चुकी है.
केन्द्रीय मंत्रालयिक टीम ने गुरुवार को फील्ड में जाने से पहले अधिकारियों की बैठक लेकर जिले में बाढ़ से हुए नुकसान की जानकारी ली. इस दौरान जिला कलक्टर उज्ज्वल राठौड़ ने उनको जिले में हुये नुकसान की विभागवार जानकारी देते हुये बताया कि जिले में 5142 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हो गये हैं. राहत के लिए प्रभावित क्षेत्रों में कई कदम उठाये गये हैं. केन्द्रीय टीम आज भी कोटा संभाग के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगी. इसके बाद टीम दिल्ली पहुंचकर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी.
गुरुवार को केन्द्रीय टीम ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हालात जाने. केन्द्रीय दल ने दीगोद और इटावा इलाके का दौरा किया. ग्रामीणों ने बताया कि फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं. टीम के सदस्यों ने एक गांव में जिला प्रशासन की ओर से विद्यालय में संचालित राहत शिविर में जनसुनवाई कर लोगों से भी घटनाक्रम की जानकारी ली. टीम प्रशासन की ओर से बनाये गये राहत शिविर में पहुंचकर ग्रामीणों से रू-ब-रू हुई.
विशेष पैकेज दिलाये जाने की मांग
पीपल्दा विधायक रामनारायण मीणा ने केन्द्रीय टीम से विशेष पैकेज दिलाये जाने की मांग की. केन्द्रीय टीम ने जिला प्रशासन को बाढ़ से हुए नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट बनाकर सरकार को भिजवाने का सुझाव दिया ताकि प्रभावितों को हुए नुकसान के लिए पर्याप्त राहत पहुंचाई जा सके.