कोरोना वायरस इस गांव के लिए बना अभिशाप, लखनऊ से 90 किलोमीटर हैं गाँव
- यूपी का ये गांव कोरोना वायरस से हुआ परेशान
- कोरोना वायरस इस गांव के लिए बना कलंक
- यूपी के इस गांव पर कोरोना संकट
कोरोना वायरस ने दुनिया के कई देशों की ना सिर्फ आर्थिक तौर पर कमर तोड़ कर रख दी है बल्कि एक ऐसा नासूर बन गया है जिसका इलाज करने के लिए दुनिया के सभी वैज्ञानिक पूरी मश्कत कर रहे हैं। भारत भी अपनी तरफ से हर वो प्रयास कर रहा है जिससे कोरोना को दूर भगाया जा सके और फिर कभी देश पर कोरोना नाम का संकट ना आए इसलिए हर वैज्ञानिक रातों की नींद छोड़कर दिन का आराम छोड़कर सिर्फ कोरोना वायरस का तोड़ ढुढने में लगे हैं। लेकिन कोरोना वायरस है कि जो ओवर टाइम करने से बाज़ नही आ रहा हैं और हर स्वस्थ इंसान को अपनी चपेट में लेने के लिए काल के गाल की तरह मुहं खोले बैठा हैं और यही कारण है चाहे राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार हर सरकार अपने लोगो को कोरोना संकट से बचाने के ना सिर्फ सुझाव दे रही हैं बल्कि जो इस वायरस के चपेट में आ गए हैं। उन्हे बचाने की पूरी पूरी कोशिश भी कर रहे हैं।
देश के कई बड़े शहर इस वक्त कोरोना वायरस के चलते दहशत में हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी के साथ साथ कई बड़े शहर इस समय कोरोना संकट से जुझ रहे हैं लेकिन उत्तर प्रदेश का एक गाव ऐसा हैं। जहां कोरोना सिर्फ संकट ही नही बल्कि कलंक बन गया हैं और यही कारण है की उत्तर प्रदेश के इस गांव के लोग ना कही जा पा रहे हैं, ना किसी को अपने घर बुला पा रहे हैं। बल्कि कोरोना वायरस के चलते इस गांव के लोगो को लोग बहुत ही हीन नज़र से देख रहे हैं। कोरोना वायरस के चलते ना सिर्फ इस गांव को बल्कि इस गांव के लोगो से भी आस पास के लोग कन्नी काटने लगे हैं। इस गांव के आस पास बसे गांव वाले इस गाव में जाना तो दूर इस गाव के लोगो को देखना तक पसंद नही कर रहे हैं। बल्कि कोरोना के इस घातक वायरस के चलते उत्तर प्रदेश के इस गाव के लोग अगर किसी के यहां जाते हैं तो उनकी आवभगत करना तो दूर आसपास के लोग इस गाव के लोगो से दुआ सलाम करना भी पसंद नही कर रहें। कोरोना वायरस के चलते उत्तर प्रदेश के इस गांव के लोगो को अपमान का घुंट पीना पड़ रहा हैं इस गांव के लोगो को कहना है कि हमारे गांव के मान सम्मान को भी कोरोना के वायरस ने डस लिया हैं और जबसे कोरोना वायरस ने देश और दुनिया में ताडव मचाया हैं तबसे हमारे गांव को भी कोरोना वायरस का डंख लग गया है।
उत्तर प्रदेश के इस गांव के लोगो का कोरोना वायरस के चलते गांव से बाहर निकलना मुश्किल हो गया हैं। नही नहीं ये मत सोचिए कि इस गांव में कोरोना वायरस का संक्रमण फैल गया हैं। नही नही ….भगवान न करें इस गांव में कोरोना वायरस दस्तक दे। इस गांव के लोग कोरोना वायरस से बिल्कुल सुरक्षित हैं। दरअसल उत्तर प्रदेश के इस गांव के लिए कोरोना वायरस नही बल्कि इस वायरस का नाम गले की फांस बन गया हैं। जी हां उत्तर प्रदेश के इस गांव के लिए कोरोना का वायरस नही बल्कि इस वायरस का नाम कोरोना मुसीबत बन गया हैं।
दरअसल उत्तर प्रदेश की राजधान लखनऊ से लगभग 90 किलोमी.दूर बसे हुए इस गांव का नाम है कोरौना और गांव के इसी नाम के चलते कोरौना गांव के लोग बेहद परेशान हैं, क्योकि इस उत्तर प्रदेश के इस गांव का नाम कोरौना हैं जो कि घातक कोरोना वायरस से काफी मिलता जुलता हैं। इस गांव के लोग जब किसी से फोन पर बात करते हैं और कहते है कि मैं कोरौना से बोल रहा हैं तो लोग नाम सुनते ही फोन काट देते हैं। ऐसी कई परेशानियां है जिसके चलते कोरौना गांव के लोग काफी दुखी हैं। मिश्रिख तहसील में बसा हुए इस गांव की आबादी लगभग 9000 है और संयोग से कोरौना 84-कोसी परिक्रमा का पहला पड़ाव है।
हर साल होली के त्योहार के एक पखवाड़े बाद, हजारों लोग इस परिक्रमा में शामिल होते हैं…वैसे तो इस गांव में एक सरकारी स्कूल हैं दूसरी और अन्य सुविधाएं भी हैं..बल्कि वास्तव में ये गांव राज्य के बेहतर विकसित गांवों में से एक है..लेकिन तमाम सुविधाए होने के बावजूद भी इस गांव के लोग फिलहाल गांव के नाम से दुखी हैं..गांव के लोगो का कहना है कि एक बार लॉकडाउन खत्म हो जाने के बाद, सभी गांव के लोग इकट्ठा होंगे और सरकार से गांव का नाम बदलने की अपील करेंगें क्योकि इस गांव का कोरोना वायरस से कोई लेना देना नही हैं यहां तक कि ये गांव अभी तक कोरोना वायरस से भी सुरक्षित हैं लेकिन सिर्फ कोरौना नाम के चलते आस पास के लोग इस गांव से कन्नी काटने लगे हैं..और जिस तरह से कोरोना वायरस ने देश में आतंक मचाया हैं उसके चलते कोरोना वायरस के निशान देश में लंबे समय तक रहने वाले हैं और ऐसे में गांव के नाम की वजह से ये गांव दूसरें लोगो की नज़रों में मज़ाक बन रह जाएगा यही कारण हैं कि कोरौना गांव के लोग इस गांव का नाम बदलने की बात कर रहे हैं…लेकिन संयोग से फिलहाल ये गांव कोरोना वायरस से सुरक्षित हैं।