“कोलकाता केस: 29 मरीजों की मौत, ममता बनर्जी देंगी 2 लाख रुपए”
अस्पताल में डॉक्टर के खिलाफ दुष्कर्म और हत्या के विरोध में जूनियर डॉक्टरों द्वारा पिछले 35 दिनों से जारी हड़ताल के बीच, ममता सरकार का दावा है
कोलकाता में अस्पताल में डॉक्टर के खिलाफ दुष्कर्म और हत्या के विरोध में जूनियर डॉक्टरों द्वारा पिछले 35 दिनों से जारी हड़ताल ने गंभीर स्थिति उत्पन्न कर दी है। हड़ताल के कारण राज्यभर में चिकित्सा सेवाओं पर गंभीर असर पड़ा है, जिससे मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है। ममता बनर्जी की सरकार ने हड़ताल के चलते स्वास्थ्य सेवाओं में आई कमी का हवाला देते हुए आरोप लगाया है कि इस हड़ताल के कारण राज्य में अब तक 29 मरीजों की इलाज के अभाव में मौत हो चुकी है।
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल अस्पताल में सुरक्षा की मांग और डॉक्टरों के खिलाफ की गई कथित दुष्कर्म और हत्या के मामले को लेकर की जा रही है। डॉक्टरों ने मांग की है कि उनके खिलाफ की गई कार्रवाई को गंभीरता से लिया जाए और सुरक्षा के ठोस उपाय लागू किए जाएं।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदनशीलता जताते हुए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने कहा कि हड़ताल के दौरान जिन 29 मरीजों की मौत हुई है, उनके परिवारों को आर्थिक सहायता के रूप में दो-दो लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे। यह राशि मृतकों के परिवारों को उनकी कठिन परिस्थितियों में सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि सरकार डॉक्टरों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी। उन्होंने हड़ताल को समाप्त करने की अपील की और सभी पक्षों से मिलकर समस्या का समाधान निकालने की बात की।