जानिए बिहार विधानसभा में क्यों मचा हंगामा
बिहार, नेता प्रतिपक्ष ने गोपालगंज जहरीली शराब कांड के मामले को भी उठाया और कहा कि मुख्यमंत्री अभी सदन में ही मौजूद हैं और वह आश्वस्त करें कि इस मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और ऐसी घटना आगे नहीं होगी ।
उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत और महंगाई को लेकर विपक्ष के सदस्यों की मांग जायज है। इस पर सदन में तुरंत चर्चा होनी चाहिए। पहले भी कई बार प्रश्न काल को स्थगित कर जनहित के मुद्दों पर सदन में चर्चा हुई है इसलिए कार्यस्थगन प्रस्ताव को मंजूर किया जाए ।
सभाध्यक्ष ने कहा कि इन विषयों के लिए समय निर्धारित है।
अभी प्रश्नकाल का समय है इसलिए प्रश्नकाल को होने दिया जाए । उन्होंने कहा कि सदन सार्थक विमर्श के लिए है । इससे लोकतंत्र मजबूत होगा, इसलिए वह सभी सदस्यों से आग्रह करते हैं कि उचित समय पर ही उचित मुद्दों को उठाएं ।
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शोरगुल के बीच ही प्रश्नकाल जारी रहा और इस दौरान राजद के ललित यादव के प्रश्न के उत्तर में वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि प्रक्रियात्मक वजहों से संक्षिप्त आकस्मिक व्यय विपत्र (एसी बिल) और विस्तृत आकस्मिक व्यय विपत्र (डीसी बिल) देने में देर होती है लेकिन 31 मार्च तक सभी एसी-डीसी बिल को जमा करने का निर्देश विभाग को दिया गया है ।
श्री यादव ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2018-19 का भी अभी तक एसी-डीसी बिल जमा नहीं हुआ है क्या सरकार इसके लिए दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करेगी । इस पर वित्त मंत्री ने कहा कि 31 मार्च तक सभी एसी डीसी बिल जमा कर दिए जाएंगे ।
चीनी मिलों पर किसानों के बकाए के भुगतान से संबंधित प्रश्न के उत्तर में गन्ना उद्योग मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा कि एक हफ्ते में किसानों को भुगतान करने का आदेश चीनी मिल मालिकों को दिया गया है। किसानों के बकाया की भुगतान नही होने पर नीलामी की प्रक्रिया की जाएगी। मढ़ौरा चीनी मिल बंद होने और किसानों की बकाया राशि के मामले पर मंत्री श्री कुमार ने कहा कि न्यायालय में केस अभी लंबित है। उसके फैसले का इंतजार है।