जानिए क्यो पीएम मोदी आधी रात को फिर पहुंचे काशी विश्वनाथ के द्वार, सीएम योगी भी थे साथ
वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अपनी बनारस यात्रा के दौरान एक बार फिर सभी को चौंकाते हुए सोमवार आधी रात को विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) पहुंच गए और फिर वहां कुछ देर बिताने के बाद बनारस रेलवे स्टेशन (Banaras Railway Station) का भी निरीक्षण करने पहुंच गए.
पीएम मोदी ने गंगा आरती (Ganga Arti) के बाद रात 8 बजे से रात 12 बजे तक क्रूज पर ही बीजेपी नेताओं और बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की. इसके बाद वहां से गोदौलिया के लिए रवाना हो गए. वहां वह कुछ देर तक टहलते रहे हैं और निर्माण कार्य का मुआयना किया. बता दें कि गोदौलिया से दशाश्वमेध तक की सड़क को गुलाबी पत्थरों से बेहद आकर्षक रूप दिया गया है. सड़क के दोनों तरफ की इमारतों को गुलाबी रंगा गया है.
काशी कॉरिडोर के निर्माण कार्यों का निरीक्षण करते पीएम मोदी.
इसके बाद रात साढ़े 12 बजे के करीब पीएम मोदी गोदौलिया चौराहे पर पहुंचे और वहां से पैदल ही दशाश्वमेध घाट की तरफ निकल गए. इस दौरान कुछ लोगों के पास जाकर उनसे मुलाकात की और बातचीत भी की. प्रधानमंत्री यहां विश्वनाथ गली तक जाकर वापस आए और गाड़ी में बैठकर बांसफाटक से काशी विश्वनाथ के लिए रवाना हुए. रात 12.40 बजे पीएम मोदी का काफिला काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचा. करीब 15 से 20 मिनट तक वहां रुकने के बाद पीएम मोदी बनारस रेलवे स्टेशन की ओर रवाना हो गए.
प्रधानमंत्री के आगमन के कारण बनारस रेलवे स्टेशन का लुक भी पूरी तरह बदला हुआ था. पीएम मोदी ने रेलवे स्टेशन से अपनी कुछ तस्वीरें भी शेयर की है, जिनमें से एक तस्वीर में दिख रही घड़ी में रात के 1 बजकर 13 मिनट का समय दिख रहा है. पीएम मोदी ने बनारस रेलवे स्टेशन पहुंचकर वहां का निरीक्षण किया. वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ स्टेशन के प्लेटफार्म पर कुछ देर टहलते हुए साफ सफाई और अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया.
पीएम मोदी ने बनारस रेलवे स्टेशन का भी निरीक्षण किया.
बता दें कि पीएम मोदी ने सोमवार को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण किया. उन्होंने सुबह काशी के कोतवाल काल भैरव का दर्शन करने के साथ अपनी काशी यात्रा की शुरुआत की. इसके बाद क्रूज से काशी विश्वनाथ के लिए रवाना हुए. ललिताघाट पहुंचने पर गंगा में डुबकी लगाई और कलश में गंगा जल लेकर बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक कर विधिवत पूजा-अर्चना की. भगवान विश्वनाथ की पूजा के बाद काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया.