इस गर्मी में हमीरपुर जिले में जानिए पानी के लिए क्यों तरस जाएंगे लोग
हमीरपुर , उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में इस साल दस मीटर जल स्तर नीचे चले जाने से आने वाले गर्मियो के दिनों में नब्बे फीसदी राजकीय व प्राईवेट नलकूप जवाब दे जायेगे।
आने वाले समय में तालाब व पशुओं को पीने के लिये गड्ढे नही भरे जायेगे।
नलकूप विभाग के सहायक अभियंता कौशल किशोर ने आज कहा कि जिले का जल स्तर लगातार नीचे जा रहा है। इस साल दस मीटर जल स्तर नीचे चला गया है। जिले में 525 राजकीय नलकूप स्थापित है ।
पिछले साल करीब चार पच्चीस फीसदी राजकीय नलकूपों का जल स्तर इतने नीचे चला गया था कि दो दो जीआई पाइप बढ़ाने के बाद भी नलकूपो ने पानी नही दिया। गोहांड, राठ ब्लाक के
सहायक अभियंता उमाशंकर यादव ने कहा कि इन दोनो ब्लाक में कम से कम दस से लेकर बारह मीटर तक जल स्तर नीचे चला गया है|
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जब कि इस ब्लाक में चार साल पहले लघु सिचाई विभाग ने करोडो रुपये की लागत के तालाब खुदवाये| मगर उनमे बरसात का पानी नही भरा जिससे क्षेत्र में वाटर रिचार्जिंग नही हो पायी।
कुरारा ब्लाक के सहायक अभियंता रामसेवक चौधरी ने कहा कि इस ब्लाक की हालत सबसे ज्यादा खराब है। यहां पर अभी से राजकीय नलकूप जवाब दे रहे है।
क्षेत्र में 250 राजकीय नलकूप है, जिसमे अभी से करीब 125 नलकूप में पानी नहीं आ रहा है । मई जून में करीब अस्सी फीसदी नलकूप ठप्प हो जायेगे। विभाग के सहायक अभिंयता शिवम पांडेय का कहना है कि शासन से जो वाटर रिचार्जिंग की जा रही है वह तरीका गलत है।
ज्यादातर लोग गड्ढे नही खोदते है और ना ही नालो में पानी रोक कर उसका संग्रह किया जाता है। यदि छोटे छोटे नालो में बोर कर उसमे पाइपो के माध्यम से बरसात का पानी रिचार्ज किया जाये तो उससे काफी मदद मिल सकती है।