शनिश्वरी अमावस्या पर दुकान लगाने पर जानिए क्यों लगा प्रतिबंध

उज्जैन, मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में शनिश्वरी अमावस्या के स्नान के महत्व के चलते यहां आने वालें हजारो लोगों की सुरक्षा एवं सुविधा के लिये जिला प्रशासन आवश्यक दिशा निर्देश दियें।

लेकिन इस बार पूजन सामग्री की दुकानों के अलावा अन्य दुकानें लगाने पर प्रतिबंध रहेगा। आधिकारिक जानकारी के अनुसार इस माह के दूसरे सप्ताह में 13 मार्च को आने वाली शनिश्चरी अमावस्या को लेकर कलेक्टर आशीष सिंह एवं पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने प्रशासनिक तथा अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ नवग्रह शनि मन्दिर परिसर एवं घाटों का कल यहां निरीक्षण कर पर्व पर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये।


कलेक्टर ने निर्देश दिये हैं कि शनिचरी अमावस्या पर पूजन सामग्री की दुकानों के अलावा अन्य दुकानें लगाने पर प्रतिबंध रखा जाये। घाटों एवं मन्दिर परिसर की साफ-सफाई, पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, पेयजल, बेरिकेटिंग, दर्शन व्यवस्था के लिये होल्डअप, दर्शनार्थियों के स्नान की महिला पुरूष की पृथक-पृथक व्यवस्था, पीए सिस्टम आदि की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को दिये।

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कलेक्टर सिंह ने निरीक्षण के दौरान एनवीडीए के अधिकारियों को निर्देश दिये कि शनिचरी अमावस्या 13 मार्च के पूर्व नर्मदा का जल शिप्रा नदी में छोड़े जाने के लिए कहा है। उज्जैन-इन्दौर फोरलेन के समीप क्षिप्रा नदी के त्रिवेणी घाट पर स्थित प्राचीन नवग्रह ‘शनि मंदिर’ है, यहां प्रत्येक शनिश्चरी अमावस्या पर स्नान का महत्व के कारण प्रदेश और आसपास के हजारों लोग यहां आते हैं।

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