जानिए किसने रोका राजघाट जा रहे किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं को
कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के राजघाट पर मौन अनशन करने जा रहे किसान यूनियन के अध्यक्ष सहित अन्य कार्यकर्ताओं को पुलिस ने आज रोक दिया। किसान यूनियन अध्यक्ष सवित मलिक ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया है। उन्होंने कहा कि किसानों के हित में आंदोलन जारी रहेगा चाहे प्रशासन कितना भी रोक लगा रहे।
कृषि कानूनों को लेकर किसान संगठनों में सरकार के खिलाफ आक्रोश बढता जा रहा है। किसान यूनियन के अध्यक्ष चौधरी सवित मलिक ने बुधवार को दिल्ली में महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पर चार घंटे तक मौन अनशन करने की घोषणा की थी। इसी घोषणा के मद्देनजर बुधवार को किसान यूनियन कार्यकर्ता दिल्ली जाने के लिए रवाना हुए लेकिन इससे पूर्व ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उन्हें दिल्ली जाने से रोक दिया।
चौधरी सवित मलिक ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार व दिल्ली सरकार आपस मे मिली हुई है जो उन्हें शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं दे रही है। सुप्रीम कोर्ट का भी कहना है कि शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन सभी का अधिकार है लेकिन प्रशासन किसानों की आवाज दबाने पर लगा हुआ है। इससे पहले उन्होंने शामली में भी हवन करने का कार्यक्रम रखा था लेकिन पुलिस ने उसे भी नहीं करने दिया।