जानिए क्या कहा राज्यपाल ने सरकारी नौकरियों को लेकर
राज्यपाल ने कहा कि अगले पांच वर्षों में सात निश्चय पार्ट दो को राज्य में सरकार की ओर से लागू किया जायेगा। इसमें महिला सशक्तीकरण, युवाओं को रोजगार समेत कई मुद्दों पर विशेष बल दिया गया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 35 प्रतिशत आरक्षण पहले ही दिया जा चुका है और अब उन्हें स्व रोजगार के लिये प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पांच लाख रुपये कुल खर्चे का 50 प्रतिशत या अधिकतम पांच लाख रुपये का अनुदान दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा महिला उद्यमियों को एक प्रतिशत के ब्याज पर पांच लाख रुपये का ऋण भी मुहैया कराया जायेगा।
श्री चौहान ने कहा कि वर्ष 2005 में बिहार में मात्र 700 मेगावाट बिजली की खपत होती थी जबकि राज्य सरकार के पिछले 15 वर्षों के प्रयास के बाद बिजली की उपलब्धता 700 मेगावाट से बढ़कर 5932 मेगावाट हो गयी है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में मौसम के अनुकूल खेती आठ जिलों में शुरू की गयी थी जिसे वर्ष 2020 में पूरे प्रदेश में लागू कर दिया गया। उन्होंने कहा कि जल जीवन हरियाली मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह के संगठनों को तालाब, पोखर, कुंआ और अन्य जलस्रोत के रख-रखाव की जिम्मेवारी दी गयी है। बिहार के उपमुख्यमंत्री सह-वित्तमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने राज्यपाल के अभिभाषण के बाद राज्य का आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट सदन के मेज पर रखा। विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में चालू सत्र के लिये कार्य संचालन समिति समेत कई अन्य समितियों के गठन की घोषणा भी की।
इसके बाद दिवंगत नेताओं बिहार विधानसभा तथा बिहार विधान परिषद में श्रद्धांजली अर्पित की गयी। दोनों सदन के सदस्यों ने एक मिनट का मौन रखकर दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजली दी। जिन दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजली दी गयी उनमें बिहार के पूर्व राज्यपाल सरदार बूटा सिंह, एम. रामाजोईस, पूर्व विधायक गणेश शंकर विद्धार्थी , राजेन्द्र राय, पूर्व विधान पार्षद कपिल देव सिंह तथा पूर्व सांसद कामेश्वर सिंह शामिल हैं। दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजली अर्पित किये जाने के बाद बिहार विधानसभा और बिहार विधान परिषद की बैठक को सोमवार तक के लिये स्थगित कर दिया गया।
इस बीच प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने दिल्ली की सीमा के निकट चल रहे किसान आंदोलन के दौरान दिवंगत हुये 260 किसानों को श्रद्धांजली देने का अनुरोध सदन में किया लेकिन विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने इसकी अनुमति नहीं दी और सदन की कार्रवाई को सोमवार तक के लिये स्थगित कर दिया। इसके बावजूद सदन के स्थगित होने के बाद विपक्ष के सदस्यों ने सदन में रहकर एक मिनट का मौन रखा और दिवंगत किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित की।