जानिए वो योगासन जो आपको देंगे नया जीवन
योग शरीर के लिए विकारों से एक सुरक्षा कवच की तरह कार्य करता है। बचपन से ही योग करने से इंसान का मस्तिष्क से लेकर पाँव तक पूरा शरीर सक्रीय और स्वस्थ रहता है। खासतौर पर बालावस्था या छात्रावस्था में कुछ आसान योगासन करने से भी बच्चों का दिमाग तेज़ और शरीर चुस्त रहता है। कुछ ऐसे योगासन आज हम आपको बताते हैं।
प्राणायाम :
प्राणायाम के ज़रिए शरीर में स्वास का आयाम नियंत्रित होता है। रोज़ाना प्राणायाम करने से शरीर को सही मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है, जिससे दिमाग पहले से बेहतर कार्य करता है। इसके साथ ही प्राणायाम स्ट्रेस फ्री करने और ध्यान बनाने में मददगार होता है। आप आलोम-विलोम, कपालभाति जैसे प्राणायाम कर अपना मानसिक विकास कर सकते है।
सुखासन :
सुखासन अपने नाम के स्वरुप ही मानसिक सुख (सुकून) प्रदान करता है। योगासन के सबसे आसान अभ्यासों में से एक माना जाने वाले सुखासन के लिए दोनों पैरों की पालती मारकर बैठना होता है। ध्यान रखें कि इस दौरान आपकी कमर बिलकुल सीढ़ी रहे। इसके साथ ही सुखासन में अपने हाथो की मुद्रा का ख़ास ख्याल रखें। सही ढंग से करने पर सुखासन मेडिटेशन की स्थिति में ला सकता है। इसके साथ ही सुखासन स्मरण शक्ति और मानसिक विकास में मददगार है।
एक पदासन:
पौराणिक काल में प्राथना या भक्ति के लिए एक पादासन की मुद्रा को श्रेष्ठ माना जाता था। क्योंकि यह आसान शारीरिक स्फूर्ति के साथ साथ मानसिक विकास में भी सहायक है। यह आसान मानसिक तनाव दूर करने, गुस्से पर नियंत्रण पाने के लिए रामबाण है। इसमें आपको एक पैर के सहारे खड़ा होना होता है। इस दौरान आपका दूसरा पैर आपने पहले पैर के घुटनों के साथ एक त्रिकोण बनाना चाहिए।
भुजंगासन:
भुजंग अर्थात सर्प/सांप। यह आसन पीठ के लिए काफी लाभकारी होता है। इस आसान में पेट के बल लेटकर आगे के शरीर को सांप के फन की तरफ ऊपर की ऒर उठाया जाता है। इस आसान के दौरान पेट और कमर में होने वाले खिंचाव से मध्य शरीर सक्रिय होता है। इसके साथ ही यह आसान आपके शरीर को लचीला बनाने में सहायक है।