जानिए कोलकाता डर्बी की संपूर्ण कहानी
कोलकाता डर्बी अपने 100 साल पूरे कर रहा है। इसकी शुरुआत कूच बिहार में 1921 में हुई थी और इस डर्बी के दो सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी एससी ईस्ट बंगाल और एटीके मोहन बागान हीरो इंडियन सुपर लीग के सातवें सीजन में एक दूसरे के खिलाफ खेल रहे हैं। सातवें सीजन में पहली बार हिस्सा ले रही ये टीमों बिल्कुल अलग स्थान पर हैं। एटीके मोहन बागान जहां टेबस टॉपर्स में से एक है जबकि ईस्ट बंगाल प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुका है। इस सीजन में दोनों दूसरी बार भिड़ रही हैं। आईएसएल के पहले कोलकाता डर्बी में एटीकेएमबी ने जीत हासिल की थी।
चूंकि दोनों टीमें शुक्रवार को फातोरदा स्टेडियम में एक लैंडमार्क कोलकाता डर्बी में एक-दूसरे से भिड़ेंगी, इसलिए इसलिए दोनों का लक्ष्य तीन अंक हासिल करना होगा। एससी ईस्ट बंगाल के कोच रॉबी फॉलर स्टैंड्स से यह मैच देख रहे होंगे लेकिन उनके तथा उनकी टीम के लिए अपने फैन्स के लिए कुछ खास करने का मौका होगा। वैसे भी इस सीजन में इस टीम के पास कुछ खास करने के लिए मौके नहीं बचे हैं। दूसरी ओर एंटोनियो लोपेज हाबस एंड कंपनी के लिए, मार्च में होने वाला फाइनल खेलना लक्ष्य है और वह भी हर हाल में इस मैच से तीन अंक लेते हुए इस मैच को यादगार बनाना चाहेगी।
किसी भी अन्य वर्ष में यह मैच होता तो निश्चित तौर पर कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में होता और दर्शकों से पटा होता लेकिन इस मैच के लिए इस साल फातोरदा में स्टैंड खाली होंगे, लेकिन देश के सबसे बड़े फैनबेस में से दो क्लबों के फैन्स सांस रोककर अपने घरों से यह मुकाबला देख रहे होंगे।
पूरे सीजन में मेरिनर्स अधिक सुसंगत रहे हैं। इस दौरान इस टीम ने अधिक स्कोर किया है और अपने प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में कम गोल खाए हैं। 17 मैचों के बाद, बागान ने 36 अंक हासिल किए हैं जबकि ईस्ट बंगाल 17 अंक ही हासिल कर सका है। इस अंतर के बावजूद हबास को लगता है कि यह मैच दूसरे मैचों से अलग होगा। हबास ने कहा, ‘डर्बी अलग है। रवैया (खिलाड़ियों का), स्तर (दबाव का) अन्य मैचों की तुलना में अलग है क्योंकि आपके पास एक जीत के साथ सीजन बदलने की संभावना है। यह हमारे लिए एक खतरनाक मैच है।’
ईस्ट बंगाल के लिए यह डर्बी अगले सत्र के लिए एक शुरूआती मार्कर सेट करने का अवसर होगा है। इस टीम को टूर्नामेंट में दूसरों की तुलना में तैयारी का बहुत कम समय मिला है और यह बात उसके शुरूआती प्रदर्शनों में दिखा। हालांकि, हीरो आईएसएल के दूसरे आधे हिस्से में दिखा कि यह टीम अब अगले सीजन के लिए कमर कस रही है। यह संकेत उसके खेल के स्तर में सुधार से मिला।
ईस्ट बंगाल के सहायक कोच टोनी ग्रांट ने कहा, ‘हमने सुधार किया है और आप खिलाड़ियों को अपने खेल का आनंद लेते हुए देख सकते हैं। डर्बी को बहुत सारी यादें और इतिहास जुड़ा है। हम जानते हैं कि लोगों के लिए डर्बी का क्या मतलब है। पहले डर्बी के लिए हम पूरी तरह तैयार नहीं थे लेकिन अब यह एक समान खेल का मैदान है। उम्मीद है, हम अपने प्रशंसकों को गर्व महसूस करने का मौका दे सकते हैं।’