मानसून सीजन में कोरोना संक्रमण, डेंगू और मलेरिया के लक्षणों में कैसे करें फर्क, जानिए

नई दिल्‍ली. मानसून (Monsoon) के साथ ही लोगों के बीच संक्रामक रोगों के फैलने की आशंका भी बढ़ जाती है. इनमें सबसे बड़ी बीमारी मलेरिया (Malaria) और डेंगू (Dengue) होती है. हालांकि इस बार भी कोविड 19 महामारी (Covid 19) का दौर जारी है. इन सभी के लक्षण एक जैसे ही होते हैं. मलेरिया और डेंगू, दोनों ही मच्‍छरों के जरिये फैलते हैं. मानसून के समय इनके मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिलती है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आखिर कैसे इन तीनों बीमारियों के लक्षणों में आसानी से फर्क किया जा सकता है.

कोविड 19, डेंगू और मलेरिया के कारण क्‍या हैं?
कोविड 19 के कारण सांस संबंधी रोग सामने आता है. यह उन ड्रापलेट के सीधे संपर्क में आने से फैलता है, जिनमें सार्स सीओवी-2 वायरस होता है. यह हवा के जरिये फैल सकता है या सीधे ड्रापलेट के संपर्क में आने से हो सकता है.

डेंगू और मलेरिया ऊष्‍णकटिबंधीय बीमारियां हैं, जो ज्यादातर मौसम में बदलाव के दौरान होती हैं. बीमारी के लिए जिम्मेदार वायरस को डेंगू वायरस (DENV) कहा जाता है और यह एडीज मच्छर के काटने से फैलता है. इस बीच मलेरिया प्लास्मोडियम नामक परजीवी के माध्यम से फैलता है, जो मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है.

तीनों बीमारियां वायरस के कारण होती हैं और इनमें एकसमान लक्षण होते हैं जो सांस संबंधी होते हैं और सूजन का कारण बनते हैं.

कोविड-19 में तेज बुखार, ठंड लगना, खांसी, सर्दी, गले में खराश, सांस लेने में परेशानी, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, तेज थकान और कमजोरी सहित अन्‍य लक्षण सामने आते हैं. ये सभी अलग-अलग तरीकों से डेंगू और मलेरिया के साथ मौजूद हो सकते हैं.

डेंगू के लक्षणों में बेहद तेज बुखार, तेज सिरदर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द शामिल हैं और इसमें जी मचलना, पेट दर्द और दस्त जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण भी हो सकते हैं. चार डेंगू वायरस सीरोटाइप हैं, जिसका अर्थ है कि एक व्यक्ति वायरस से चार बार संक्रमित हो सकता है. जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती है, रोगी सांस लेने में तकलीफ, नाक और मसूड़ों से खून बहने और रक्तचाप में तेजी से गिरावट के कारण सदमे से पीड़ित हो सकते हैं.

मलेरिया के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द और ठंड लगना भी शामिल है. अगर 24 घंटे के भीतर इलाज नहीं किया जाता है, तो यह गंभीर बीमारी में बदल सकता है और मृत्यु का कारण बन सकता है. गंभीर मलेरिया से पीड़ित बच्चे गंभीर एनीमिया, रेस्‍पिरेटरी डिस्‍ट्रेस या तनाव, मस्तिष्क संबंधी मलेरिया से पीड़ित हो सकते हैं.

– गंध और स्वाद का खोना सिर्फ कोविड 19 के मामले में हो सकता है.

– कोरोना संक्रमण के कुछ प्राथमिक लक्षण, जिनमें ऊपरी सांस की नली में सूजन के लक्षण जैसे खांसी, आवाज में बदलाव, गले में जलन डेंगू और मलेरिया में नहीं हो सकते हैं.

– गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण जैसे कि जी मिचलाना और दस्त हमेशा कोरोना संक्रमितों में नहीं हो सकते हैं.

– सांस की तकलीफ, सीने में दर्द या सांस लेने में तकलीफ आमतौर पर डेंगू और मलेरिया के साथ नहीं होती है.

– डेंगू और मलेरिया अक्सर सिरदर्द या कमजोरी की शिकायत से शुरू होते हैं. वहीं कोरोना वायरस के संपर्क में आने से हमेशा ऐसा नहीं हो सकता है.

– इनक्‍यूबेशन पीरियड: कोविड 19 के दौरान लक्षण कम से कम 2-3 दिनों के संकुचन के बाद दिखाई दे सकते हैं, जबकि मलेरिया और डेंगू की शुरुआत की अवधि लंबी होती है और कभी-कभी 22-25 दिनों तक भी हो सकती है.

Related Articles

Back to top button