जानिए भारतीय मुक्केबाजों ने कैसे पक्के किये 12 पदक
भारतीय मुक्केबाजों ने मोंटेनेग्रो के बुदवा में आयोजित 30वें एड्रियाटिक पर्ल टूर्नामेंट में 12 पदक पक्के कर लिए हैं। 2019 एशियाई युवा स्वर्ण पदक विजेता बेबीरोजिसाना चानू, विंका और अन्य महिला मुक्केबाजों के प्रदर्शन की बदौलत यह मुमकिन हो पाया है।
बेबीरोजिसाना चानू (51 किग्रा) और विंका (60 किग्रा) शुक्रवार को क्वार्टरफाइनल मुकाबले में प्रभावी जीत हासिल कर सेमीफाइनल में पहुंच गईं और कम से कम अपने कांस्य पदक पक्के कर लिए। प्रीति (57 किग्रा) और लक्की राणा (64 किग्रा) भी सेमीफाइनल में जगह बना चुकी हैं, जबकि गीतिका (48 किग्रा) और राज साहिबा (75 किग्रा) अपनी-अपनी श्रेणी में फाइनल खेलने के लिए तैयार हैं। बेबीरोजिसाना चानू (51 किग्रा), विंका (60 किग्रा) और अरुंधती चौधरी (69 किग्रा) के अलावा महिला मुक्केबाजों में नेहा (54 किग्रा) और सनामाचा चानू थोकचाम (75 किग्रा) फाइनल की दौड़ में हैं, जबकि अलफिया पठान (81 किग्रा से अधिक) स्वर्ण पदक के लिए मोलदोवा के लिए दारिया कोजोरेव से भिड़ेंगी।
टूर्नामेंट में पुरुष मुक्केबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। अरांबाम नाओबा सिंह (52 किग्रा), सुमित (69 किग्रा) और विशाल गुप्ता (91 किग्रा) गुरुवार को अपने क्वार्टरफाइनल मुकाबले हार गए। केवल जुगनू (किग्रा से अधिक) वाकओवर की बदौलत सेमीफाइनल में पहुंचने में कामयाब रहे। पुरुष मुक्केबाज श्रेणी में जुगनू के अलावा प्रियांशु डबास (49 किग्रा) ने कम से कम कांस्क पदक सुनिश्चित किया है।
एमसी मैरीकॉम अकादमी में प्रशिक्षण लेने वाली मणिपुर की चानू ने मुकाबले की शुरुआत से ही बुल्गारिया की जार्जिवा ब्लागोवेस्टा पर दबदबा बनाया, जिससे रेफरी को पहले दौर में ही मुकाबला रोकना पड़ा। वह अब सेमीफाइनल में उज्बेकिस्तान की फेरुजा काजाकोवा से भिड़ेंगी। रोहतक की विंका ने उज्बेकिस्तान की सेवारा एशुरोवा के खिलाफ क्वार्टरफाइनल मुकाबले में आक्रामक प्रदर्शन किया। अब सेमीफाइनल में उनका मुकाबला फिनलैंड की सुवी तुजुला से होगा। इस बीच एशिया की वर्ष 2018 की सर्वश्रेष्ठ महिला जूनियर मुक्केबाज अरुंधती चौधरी (69 किग्रा) ने भी अपना मुकाबला शानदार तरीके से शुरू किया और फिनलैंड की एवेलिना तैमी को 5-5 से हरा कर कांस्य पदक पक्का कर लिया।