जानिए हिन्दू देवी देवताओं की प्रतिमा से कैसे भागेगा कोरोना

शामली, उत्तर प्रदेश के जनपद शामली में कोरोना वायरस पर एक अलग ही वॉल पेंटिंग देखने को मिली है। जिसमें शामली नगर पालिका परिषद द्वारा हिंदू देवी देवताओं का मुखौटा पहनाकर मजाक उड़ाया जा रहा है। क्योंकि शामली नगर पालिका द्वारा जो कोरोना वायरस वॉल पेंटिंग बनवाई गई है उसमें काली देवी और भगवान शिव की मूर्ति को कोरोना का रूप दर्शाया गया है।

जहाँ काली देवी के दाहिने हाथ में सैनिटाइजर, बाएं हाथ मे कोरोना वैक्सीन का इंजेक्शन व एक हाथ में भगवान शिव को कोरोना समझ कर उसमें त्रिशूल से वार करते हुए दिखाया गया है। वही इस वॉल पेंटिंग में.. वैक्सीन ही दवाई.. भागो कोरोना भाई का स्लोगन लिखा गया है। वही यह भी बताया जा रहा है कि यह पेंटिंग जनपद सहारनपुर में भी बनाई गई है।

जो सहारनपुर के बाद अब शामली में बनाई गई है। वही यह वॉल पेंटिंग शामली जनपद में अब चर्चा का विषय बनी हुई है। वहीं इस मामले में ईओ नगर पालिका शामली ने बताया कि इस तरह की वॉल पेंटिंग नेट पर है वही से लेकर इस तरह की वॉल पेंटिंग बनाई गई है।

आपको बता दें कि शामली नगर पालिका परिषद द्वारा शामली शहर में स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के तहत सर्वेक्षण अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें शहर के मुख्य चौराहों व मुख्य गलियों आदि में वॉल पेंटिंगव बैनर के जरिये सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है।

वही सर्वेक्षण का कार्य तो ठीक है लेकिन कोरोना पर हिंदू देवी देवताओं को लेकर एक पेंटिंग बनाई गई है जो शामली में चर्चा का विषय बनी हुई है। जिसमें काली देवी और भगवान शिव की प्रतिमा को कोरोना महामारी से जोड़ा गया है। आप तस्वीरों में साफ देख सकते हैं कि काली देवी को डॉक्टर की ड्रेस पहनाई गई है, मुंह पर मास्क लगाया गया है, दाहिने हाथ में सैनिटाइज दिया गया है और बाएं हाथ में कोरोना वैक्सीन का इंजेक्शन दिया गया है।

वही काली देवी दाएं हाथ से पैरों के नीचे लेटे भगवान शिव को सैनिटाइज कर रही है तो बाएं हाथ से इंजेक्शन के द्वारा कोरोना पर वैक्सीन का छिड़काव कर रही है। वही तस्वीर में आप यह भी देख सकते हैं कि भगवान शिव के सिर को कोरोना का रूप दिया गया है अब ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर कार क्या कोरोना वायरस को रोकने के लिए हिंदू देवी-देवताओं की प्रतिमाओं के साथ खिलवाड़ करने की इजाजत किसने दी है। क्या प्रदेश सरकार हिंदू देवी देवताओं की प्रतिमाओं से सर्वेक्षण 2021 की वाहवाही लूटने का काम कर रही है।

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शामली नगर पालिका द्वारा सर्वेक्षण 2021 के तहत बनाए गए चित्रकला पर समाजसेवी सन्नी शर्मा का कहना है कि जिस तरीके से देश में कोरोना महामारी आई थी। उसके लिए डॉक्टरों और प्रशासन ने ईश्वर के रूप में काम किया है लेकिन हिंदू देवी देवताओं की भावनाओं के साथ खेलते हुए इस तरह से चित्र कला का प्रदर्शन करना कहीं ना कहीं समाज में आघात पहुंचाने का काम किया जा रहा है। वह इस मामले में समाजसेवी सन्नी शर्मा ने शामली चेयरमैन राजेश्वर बंसल व ईओ नगर पालिका परिषद सुरेंद्र सिंह से इस तरह की चित्रकला को हटाए जाने की मांग की है।

शामली नगर पालिका द्वारा सर्वेक्षण 2021 के तहत काली देवी और भगवान शिव की प्रतिमा को कोरोना रूप में दर्शाये जाने के मामले में जब शामली नगर पालिका परिषद ईओ सुरेंद्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सर्वेक्षण 2021 के तहत शामली में मुख्य चौराहों और मुख्य गलियों में वॉल पेंटिंग कराई जा रही है। इतना ही नहीं शहर भर में बैनर व पोस्टर लगाकर भी सर्वेक्षण 2021 का कार्य किया जा रहा है।

लेकिन जब ईओ साहब से पूछा गया कि काली देवी और भगवान शिव के प्रतिमा को कोरोना का रूप देकर जो पेंटिंग बनाई गई है उसमें आपका क्या कहना है तो ईओ सुरेंद्र सिंह ने बताया कि उनको इस मामले की जानकारी नहीं है। वह इस मामले पर संज्ञान लेकर कार्यवाही की बात कर रहे हैं। हालांकि आपको यह भी बता दें कि यह पेंटिंग नगर पालिका परिषद के भवन से महज 50 मीटर की दूरी पर बनी है। अब देखना होगा कि इस पर शामली नगर पालिका परिषद क्या कार्यवाही अमल में लाती है।

 

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