हजार साल टिकने वाले राममंदिर की नींव तैयार, मस्जिद का नक्शा अब तक नहीं हो सका पास
दिसंबर 2023 में भक्तों के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे।
अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को 9 नवंबर 2021 को दो साल पूरे हो गए। इस दौरान कोरोना महामारी के प्रकोप के बाद भी हजार साल टिकने वाले राम मंदिर की नींव बनकर तैयार है। लेकिन, धन्नीपुर में मस्जिद निर्माण के लिए पांच एकड़ भूमि का नक्शा अभी तक पास नहीं हो सका।
अयोध्या में बन रहे राममंदिर का मॉडल, इसकी नींव की 48 लेयर बनने के बाद राफ्ट का आधा से ज्यादा काम पूरा हो चुका।
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया कि राम मंदिर की राफ्ट यानी आधार भूमि की ढलाई 1 अक्टूबर से चल रही है। डेढ़ मीटर ऊंचे राफ्ट में 17 खाने बनने हैं, जिसमें 13 की ढलाई की जा चुकी है। 15 नवंबर तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। मंदिर निर्माण के लिए तीसरे चरण का कार्य इसी माह प्रारंभ होगा, जिसमें राफ्ट पर 16 फीट ऊंचे राम चबूतरा का निर्माण कार्य किया जाएगा। इसके लिए पत्थर आ चुके हैं।
14 नवंबर को दिल्ली में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक
कामेश्वर चौपाल ने बताया कि आगामी 14 नवंबर को दिल्ली के त्रिमूर्ति भवन सभागार में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक होने जा रही है। इसके लिए सभी सदस्यों को इनवाइट किया गया है। एक दिवसीय इस बैठक में राम मंदिर निर्माण के अब तक हो चुके कार्य की समीक्षा और आगे होने वाले कार्यों पर मंथन होगा। मंदिर निर्माण के लिए अब तक चार हजार करोड़ का चंदा आ चुका है।
दिसंबर 2023 तक रामलला नए मंदिर में देंगे दर्शन
प्लिंथ के ऊपर लगाने के लिए मिर्जापुर के 4 फीट लंबी और 2 फीट चौड़े पत्थरों के 30 हजार ब्लॉक बनने हैं। राम चबूतरा के लिए 4500 घन फीट में लगाए जाने के लिए बेंगलुरु से ट्रकों से पत्थर मंगाए जा रहे हैं। अप्रैल 2022 से पहले राम मंदिर आकार लेने लगेगा। दिसंबर 2023 में भक्तों के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे।
अयोध्या के धन्नीपुर में मस्जिद का माडल तो बना पर मानचित्र अब तक नहीं बन सका है
मस्जिद के लिए कई NOC अपलोड करना जरूरी
इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ( IICF) ने सरकार से धन्नीपुर में मिली पांच एकड़ भूमि पर मस्जिद और अस्पताल का नक्शा पास कराने के लिए नक्शा ऑनलाइन जमा किया था। अयोध्या विकास प्राधिकरण में ऑनलाइन नक्शा जमा हो गया है। मगर ऑनलाइन सिस्टम में कई NOC अपलोड करना जरूरी है। इसको IICF की ओर से हासिल करने की कार्रवाई जारी है। IICF के सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि SBI पार्लियामेंट स्ट्रीट ब्रांच में खाता खुल गया है, मगर सरकार से अभी क्लियरेंस नहीं मिली है।
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