किशनगंज में भरभराकर नदी में गिरा मंदिर:सीमाई इलाकों में नदियों का कटाव तेज,
मंदिर गिरता देख लोगों ने लगाए मां दुर्गा के जयकारे
प्राचीन दुर्गा मंदिर देखते ही देखते नदी में समा गया।
किशनगंज में प्राचीन दुर्गा मंदिर देखते ही देखते नदी में समा गया। इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसमें लोग मां दुर्गा के जयकारे लगा रहे हैं। घटना गुरुवार को ठाकुरगंज प्रखंड के रूपादह गांव की है।
बताया जा रहा है कि पिछले तीन दिनों से नेपाल के पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश के कारण भारत के सीमाई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। अररिया और किशनगंज के कई गांव में बाढ़ का पानी आ गया है। नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव के कारण कई जगहों पर कटाव हो रहा है।
रूपादह गांव स्थित यह प्राचीन दुर्गा मंदिर ग्रामीणों के आस्था का केंद्र था। ग्रामीणों ने बताया कि नवरात्रि में इस मंदिर में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई थी। नौ दिनों तक पूजा-अर्चना के बाद प्रतिमा विसर्जन किया। पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो गई। नेपाल से निकलने वाली मेची नदी के कटाव के कारण यह मंदिर ढह गया।
दो नदियों के बीच है गांव
रूपादह गांव 2 नदियों के किनारे बसा है। पहला नेपाल से निकलने वाली नदी मेची तथा दूसरी महानंदा नदी। ग्रामीणों के अनुसार, भोलमारा पंचायत के रूपादह गांव में प्राचीन दुर्गा मंदिर कटाव के बाद अब गांव नदी से कुछ ही दूरी पर है। लोगों ने बताया कि यदि प्रशासन ने शीघ्र कटावरोधी कार्य शुरू नहीं किया तो पूरा गांव इसकी जद में आ जाएगा। हालांकि, पिछले दो दिनों की अपेक्षा अब स्थिति सामान्य होती जा रही है, लेकिन नए इलाकों में बाढ़ का पानी बढ़ रहा है।
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