ठीक दाम ना मिलने के कारण किसान ने बहा डाले 20 बोरी लहसुन
लहसुन की खेती करने वाले किसानो को बहुत परेशानी का सामना करना पड रहा है । उनकी मेहनत का सही दाम ना मिलने के कारण दलौदा गांव के एक निवासी मदन धाकड़ ने 20 बोरी लहसुन तालाब में बहा दिया । मदन धाकड़ का कहना है की सिर्फ 3 रूपए मे खरीदा जा रहा था लहसुन ऐसे मे भाड़ा भी नहीं निकल पाऐगा ।
लहसुन को बेचने के लिए बहुत इंतजार करना पड़ता है और उसे मजबूरी मे आकर लहसुन को पानी मे बहाना पड़ रहा है । अन्य किसानो ने बताया की लहसुन को मंडी तक लाने मे वसे ही बहुत खर्च होता है । लहसुन की खेती करने के लिए डेढ़ लाख रुपए का खर्च किया जाता है और उसके बदले 3 रुपए प्रतिकिलो या उससे भी कम दाम मे खरीदा जाता है ।
इस पर व्यापारियों का कहना है कि क्वालिटी के आधार पर ही माल की बिक्री होती है और उसी के आधार पर लहसुन का दाम लगाया गया है । गुरुवार को मंडी प्रशासन ने न्यूनतम दाम 400 रुपए बताऐ है जबकि अधिकतम दाम 3 हजार रुपए प्रति क्विंटल बताए है ।
इस पर सरकार की क्या प्रतिक्रिया होगी यह देखना है । इस प्रकार से किसान की मेहनत को पानी मे बहाते गए तो आने वाला समय भारत के लिए ठीक नही होगा ।