मरकज निज़ामुद्दीन मामले पर मौलाना खालिद राशिद ने की अपील, लोगों से कहा खुद बाहर आकर कराए जांच
देश की राजधानी दिल्ली में आज 24 मरीज कोरोनावायरस संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से 18 तो वह है जो निजामुद्दीन के मरकज में शामिल हुए थे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी सही तरीके से पता नहीं चला है कि वहां कुल कितने लोग थे लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि यह लोग 1500 से 1700 के बीच उस घर में थे। अब तक 1033 लोग यहां से निकाले जा चुके हैं। वहीं 334 लोगों को अस्पताल में भेजा गया है और वही 700 को क्वारनटीन सेंटर में भेजा गया है।
इस पर खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा है कि “ये संस्था एक रिलीजियस संस्था है जो लोगो को रोजा,हज,नमाज, जकात के बारे में बताती है। साथ ही लोगो को कैसा व्यवहार रखना चाहिए, एक दूसरे से वो भी करती है।मरकज निजामुद्दीन में दुनिया भर से लोग आते हैं और शरीक होते है। जो हुआ है वो अफसोस जनक है और उसकी जांच होनी चाहिए। साथ ही जो लोग इसमे शमील थे वो खुद से निकलकर बाहर आये और प्रशासन से अपनी जांच करवाएं।
उन्होंने आगे कहा कि “इस बात का ध्यान रखे कि आपसे किसी को भी ये बीमारी न फैले क्योंकि इस्लाम मे इंसान को बहुत ज्यादा अहमियत दी गयी है।
बता दें कि इस पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि मरकज बिल्डिंग से निकाले गए लोगों में से अब तक कोरोना के 24 पॉजिटिव के सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी सही तरीके से पता नहीं चला है कि वहां कुल कितने लोग थे लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि यह लोग 1500 से 1700 के बीच उस घर में थे। अब तक 1033 लोग यहां से निकाले जा चुके हैं। वहीं 334 लोगों को अस्पताल में भेजा गया है और वही 700 को क्वारनटीन सेंटर में भेजा गया है।
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि 860 से भी ज्यादा लोगों को निजामुद्दीन की मरकज बिल्डिंग से शहर के कई अस्पतालों में भर्ती कराया जा चुका है। करीब 300 लोग निकाले जाने की खबर है। दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके से आज भी लोगों का शहर के कई अस्पतालों में जांच के लिए जाना जा रही है। निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात का कार्यक्रम हुआ था जहां शामिल हुए लोग कई कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं तेलंगाना से जो 6 लोग उस कार्यक्रम में शामिल होने आए थे उनकी मौत हो गई है।