Bird Flu को लेकर केजरीवाल सरकार सतर्क, जारी किए ये दिशा निर्देश
नई दिल्ली : देश में बढ़ रहे बर्ड फ्लू (Bird Flu) के मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार (Delhi Govt) सतर्क हो गई है। केंद्र सरकार (Central Govt) के गाइडलाइन जारी करने के बाद दिल्ली सरकार ने भी एहतियाती कदम उठाते हुए दिशा निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत पक्षियों की मौत से संबंधित कोई भी मामला सामने आने पर तुरंत विकास विभाग की पशुपालन यूनिट को रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है।
विभाग पक्षी के सैंपल की जांच करने के लिए लैब भेजेगा ताकि पता लगाया जा सके कि उसको मौत का सही कारण क्या है।दिल्ली सरकार मृत पक्षियों के सैंपल की जांच जालंधर व भोपाल के लैब में कराती है। विकास विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी 11 जिलों में 48 डॉक्टर तैनात हैं।
मॉनिटरिंग के लिए 11 टीमें तैनात
अधिकारी ने बताया कि 11 टीमें तैनात की गई है। इनका काम सैंपल एकत्रित करना होगा। हालांकि अभी दिल्ली में बर्ड फ्लू से संबंधित कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन सर्विलांस बढ़ा दिया गया है। वहीं वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि तीनों डिवीजन के अधिकारियों को मानिटरिंग बढ़ाने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
झीलों और पक्षी अभ्यारण में किसी पक्षी की मौत पर तुरंत पशुपालन यूनिट को रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा विभाग की ओर से दिल्ली के पार्कों की देखरेख करने वाली एजेंसी डीडीए और नगर निगमों को भी मॉनिटरिंग बढ़ाने के लिए कहा गया है।
दिल्ली के ओखला पक्षी विहार इन दिनों 15 हजार से ज्यादा पक्षी
देश के कई राज्यों में भारी संख्या में पक्षियों के बाद बर्ड फ्लू के कारण हो रही है, जिसे लेकर राज्य सरकार अब अलर्ट हो गई है। दिल्ली के ओखला पक्षी विहार में इन दिनों 100 से अधिक प्रजातियों के 15000 से ऊपर पक्षियों ने अपना आईलैंड बनाया है। फॉरेस्ट रेंजर अरविंद मिश्रा ने बताया कि पक्षियों के बर्ड फ्लू के मौत के बाद यहां भी पक्षियों पर खासा निगरानी रखी जा रही है। क्लोज मॉनिटरिंग की जा रही है।
सभी वन्य कर्मियों को किया अलर्ट
दिल्ली सरकार के वन संरक्षक ने सभी वन्य कर्मियों को अलर्ट करते हुए निर्देश जारी किया कि जल स्त्रोतों पर प्रवासी पक्षियों की विशेष निगरानी रखी जाए क्योंकि यह प्रवासी पक्षियों के आने का मौसम है। कई राज्यों में पोल्ट्री फॉर्म के उत्पाद ना खाने की सलाह दिए जाने की बात सामने आ रही है। लेकिन दिल्ली में अभी तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है। पक्षी प्रेमियों के मुताबिक दिल्ली में नजफगढ़, यमुना खादर, वजीराबाद, ओखला पक्षी अभ्यारण सहित कई झील और दर्जनों ऐसे जल स्रोत हैं जहां भारी संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं। क्योंकि राजस्थान में कौवे मरे मिलने के बाद हिमाचल से लेकर केरल तक कई जगह हजारों पक्षियों के मारे जाने की जानकारी मिली है।