केसीआर ने किसानों को लेकर किया बड़ा ऐलान, फसल खरीद को लेकर कही ये बात
किसानों को इस धान की कीमत भी 1,960 रुपए प्रति क्विंटल दी जाएगी
हैदराबाद. केंद्र सरकार से नाराज तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव किसानों को लेकर बड़ा ऐलान किया है। कहा है कि उनकी सरकार अपने राज्य के किसानों से खुद ही धान का एक-एक दाना खरीदेगी। साथ किसानों को इस धान की कीमत भी 1,960 रुपए प्रति क्विंटल दी जाएगी। इसके लिए हर गांव में धान खरीद केंद्र (PPC) बनाए जाएंगे। पैसा सीधे किसानों के खाते में भेजा जाएगा।
बता दे कि राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस बात पर निर्णय किए जाने के बाद केसीआर ने मीडिया के प्रतिनिधियों को बताया कि पीपीसी स्थापित करने का काम 3-4 दिन में युद्धस्तर पर कर लिया जाएगा। सरकार ने मुख्य सचिव सोमेश कुमार के नेतृत्त्व में 4 सदस्यों की टीम भी बना दी है। यह धान खरीद के नियम-कायदे तय करेगी। हालाकि धान की खरीद के मसले पर केंद्र और तेलंगाना के बीच बीते कुछ समय से विवाद चल रहा है। इसमें तेलंगाना सरकार ने मांग की थी कि केंद्र उसके यहां का पूरा धान खरीदे। जबकि केंद्र का तर्क रहा कि सभी राज्यों से खरीद के लिए उसकी एकीकृत नीति है। उसी के मुताबिक खरीद की जाएगी।
केंद्र सरकार के खिलाफ धरना भी दिया
अपनी मांगों का दबाव बनाने के लिए मुख्यमंत्री केसीआर (KCR) के नेतृत्त्व में दिल्ली में केंद्र सरकार के खिलाफ धरना भी दिया गया. इसमें करीब 1,500 नेता शामिल हुए. इनमें सांसद, विधायक, विधानपार्षद, पार्टी पदाधिकारी आदि सभी थे। तेलंगाना में सरकार बनाने के बाद केसीआर के नेतृत्त्व में पहली बार इस बड़े पैमाने पर दिल्ली में केंद्र सरकार के खिलाफ धरना आयोजित किया गया। लेकिन केंद्र सरकार पर इस दबाव का कोई असर नहीं हुआ। इसके बाद केसीआर ने तेलंगाना लौटकर अपने स्तर पर खरीद का फैसला किया।
किसानों को लूटने में लगी केंद्र सरकार
उन्होंने मीडिया के प्रतिनिधियों से कहा, ‘केंद्र सरकार डकैतों को संरक्षण देने और किसानों को लूटने में लगी है। भारतीय बैंकों को लूटकर विदेश भाग चुके करोड़पतियों के करीब 10.50 लाख करोड़ रुपए केंद्र ने माफ किए हैं। लेकिन वही सरकार किसानों से टूटा धान खरीदने की वजह से होने वाले महज 500 करोड़ रुपए के नुकसान की जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीति केंद्र को मजबूत और राज्यों को कमजोर करने की है। इसके खिलाफ वे विभिन्न दलों को साथ लाकर लामबंद करने की कोशिश करेंगे।