पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि को लेकर कर्नाटक कांग्रेस का राज्यव्यापी आंदोलन
बेंगलुरू, कर्नाटक में पेट्रोल की कीमतें 100 रुपये प्रति लीटर तक पहुंचने पर चिंता व्यक्त करते हुए कांग्रेस ने आज से बढ़ी हुई कीमतों के विरोध में पांच दिवसीय आंदोलन शुरू किया ।
इस दौरान बड़ी संख्या में नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं ने शिवानंद चौराहे पर धरना दिया और पेट्रोल की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर ‘100 नॉट आउट’ का नारा लगाया। कुछ नेता नॉटआउट 100 वाला पैड और बैट पहने हुए थे।
इस अवसर पर आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आरोप लगाया कि पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि के कारण आवश्यक वस्तुओं की कीमतें भी बढ़ गई, जिससे जन साधारण की परेशानी बढ़ी है जो कि पहले ही कोरोना महामारी से जूझ रहा हैं।
उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘अच्छे दिन आएंगे’ का चुनावी नारा कब आएगा और कहां है? उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार कोविड -19 की दूसरी लहर की स्थिति को नियंत्रित करने में विफल रही है। अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी, बिस्तर और आईसीयू सहित विभिन्न कारणों से सैकड़ों लोगों की मौत हुई है।
उन्होंने कहा, “केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार ने हर दूसरे दिन पेट्रोल और डीजल के खुदरा मूल्य में वृद्धि करके जन साधारण के साथ धोखा किया है।” इस अवसर पर कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने एक महीने में 42 बार पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि की है।
उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी के सैकड़ों नेता, विधायक और कार्यकर्ता ईंधन की बढ़ती कीमतों के खिलाफ आज से राज्य भर के शहरों और कस्बों में लगभग 5,000 पेट्रोल स्टेशनों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे है।” उन्होंने कहा कि राज्य के सभी 30 जिलों में ‘नॉट आउट 100 अभियान’ के तहत पांच दिवसीय धरना प्रदर्शन किया जाएगा।