कारगिल विजय दिवस: PM मोदी के अग्निपथ पर दिए गए भाषण पर मल्लिकार्जुन खरगे ने साधा निशाना

शुक्रवार को कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाख में 1999 की जंग के नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

शुक्रवार को कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाख में 1999 की जंग के नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कारगिल वॉर मेमोरियल का दौरा किया और लगभग 20 मिनट के भाषण में पाकिस्तान, आतंकवाद, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, अग्निपथ योजना और विपक्ष पर अपने विचार व्यक्त किए। प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान पर प्रॉक्सी वॉर के जरिए चर्चा में बने रहने का आरोप लगाया और कहा कि पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान के सभी प्रयास विफल रहे हैं और उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।

प्रधानमंत्री ने सेना में सुधार को अपनी प्राथमिकता बताया और कहा कि अग्निपथ योजना उसी का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि संसद में दशकों से सेना को युवा बनाने पर चर्चा होती रही, लेकिन पहले इस बदलाव के लिए इच्छा शक्ति नहीं दिखाई गई। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग सेना को केवल नेताओं को सलाम करना और परेड करना मानते थे, जबकि उनके लिए सेना 140 करोड़ देशवासियों की सुरक्षा और शांति की गारंटी है। उन्होंने इस विषय पर राजनीति करने वालों की भी आलोचना की। प्रधानमंत्री मोदी ने कारगिल वॉर मेमोरियल पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद लद्दाख में शिंकुन ला टनल प्रोजेक्ट के लिए पहला वर्चुअल ब्लास्ट किया। यह दुनिया की सबसे ऊंचाई पर बनने वाली टनल होगी, जिसकी ऊंचाई समुद्र तल से करीब 15,800 फीट होगी। यह टनल हिमाचल प्रदेश की लाहौल वैली को लद्दाख की जास्कर वैली से जोड़ेगी।

4.1 किलोमीटर लंबी यह टनल निमू-पदुम-दारचा रोड पर बनाई जाएगी, जिस पर करीब 1681 करोड़ रुपए का खर्च आएगा और इसे सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा करीब दो साल में पूरा किया जाएगा। इलाके में साल के चार-पांच महीने बर्फ जमी रहती है, लेकिन टनल बन जाने के बाद यहां सालभर आवाजाही संभव होगी। शिंकुन ला टनल एक ट्विन-ट्यूब डबल लेन टनल होगी, जिसमें हर 500 मीटर के बाद क्रॉस पैसेज होंगे। टनल के अंदर सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डेटा एक्विजिशन सिस्टम, मैकेनिकल वेंटिलेशन सिस्टम, फायर फाइटिंग सिस्टम और कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी जैसी आधुनिक सुविधाएं भी होंगी।

प्रधानमंत्री मोदी के भाषण पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने निशाना साधते हुए सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर कहा कि, यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कारगिल विजय दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने जैसे मौके पर भी ओछी राजनीति कर रहे हैं। पहले कभी किसी प्रधानमंत्री ने ऐसा नहीं किया. मोदी जी कह रहे हैं कि उनकी सरकार ने सेना के कहने पर अग्निपथ योजना लागू की, यह सरासर झूठ है और हमारे वीर सशस्त्र बलों का अक्षम्य अपमान है।

उन्होंने आगे कहा कि, मोदी जी, आप ही हैं जो झूठ फैला रहे हैं! पूर्व सेना प्रमुख (सेवानिवृत्त) जनरल एमएम नरवणे ने ऑन रिकॉर्ड कहा है कि ‘अग्निपथ योजना’ में 75% भर्तियों को स्थायित्व के लिए लिया जाना था और 25% लोगों को 4 साल बाद जाने दिया जाना था। लेकिन मोदी सरकार ने इसका उलटा किया और जबरन इस योजना को तीनों सेनाओं के लिए लागू कर दिया. समाचार रिपोर्टों के अनुसार, पूर्व सेना प्रमुख (सेवानिवृत्त) जनरल एमएम नरवणे ने अपनी पुस्तक में, जिसे मोदी सरकार ने प्रकाशित होने से रोक दिया है, यह भी कहा है कि ‘अग्निपथ योजना’ सेना और नौसेना और वायु सेना के लिए चौंकाने वाली थी। यह “अचानक से बोल्ट” की तरह आया!

इसके साथ ही खरगे ने कहा कि, क्या हम केवल 6 महीने के प्रशिक्षण से पेशेवर सैनिक तैयार कर रहे हैं? सैनिक जीविकोपार्जन के लिए नहीं बल्कि देशभक्ति के कारण सेना में शामिल होते हैं। कई सेवानिवृत्त अधिकारियों ने अग्निपथ की कड़ी आलोचना की है और कहा है कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा और ग्रामीण युवाओं की आकांक्षाओं को खतरे में डाल रही है और मांग की है कि इस योजना को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाना चाहिए। ये सब रिकॉर्ड पर है.

खरगे ने आगे कहा, अग्निवीरों को कोई पेंशन नहीं मिलती, कोई ग्रेच्युटी नहीं, कोई पारिवारिक पेंशन नहीं, कोई उदारीकृत पारिवारिक पेंशन नहीं और उनके बच्चों के लिए कोई शिक्षा भत्ता नहीं मिलता। मोदी जी, अब तक 15 अग्निवीर शहीद हो चुके हैं। कम से कम उनकी शहादत का तो सम्मान करें. अग्निवीर को लेकर देश के युवाओं में काफी गुस्सा और कड़ा विरोध है! कांग्रेस पार्टी की मांग लगातार है- अग्निपथ योजना को ख़त्म किया जाए!

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