करौली बाबा का भौकाल, प्रदेश के मुख्यमंत्री से कम नहीं
उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर के पास करौली के नाम के प्रख्यात बाबा संतोष सिंह भदौरिया का चरित्र आपराधिक रहा है। उन पर 1992 में हत्या की एफआईआर दर्ज हुई थी। 1994-95 में तीन क्रिमिनल एफआईआर भी दर्ज हुईं। साल 1994 में बाबा संतोष भदौरिया पर NSA लगा था। कथित बाबा संतोष साल 2003 में किसान नेता बन गए थे। संतोष सिंह भदौरिया पर गुंडा एक्ट भी लगा चुका है। लेकिन इन दिनों उत्तर प्रदेश में बेहद चर्चित नाम बन चूके हैं।दुनिया की कोई भी बीमारी हो बाबा के पास हर बीमारी का हल तत्काल मौजूद है ।कानपुर के करौली बाबा का नाम लगातार विवादों में घिरता जा रहा है। आश्रम के अंदर भक्तो से कई मारपीट के वीडियों वायरल हो रहे है। आख़िर कैसे करौली बाबा डॉ. संतोष भदौरिया ने महज 4 साल में ही करोड़ों की विरासत के मालिक हो गए । बाबा के पास कई करोड़ों की संपत्ति और कई गाड़ियों का काफिला है।करौली बाबा का भौकाल किसी प्रदेश के मुख्यमंत्री से कम नहीं है। वह जब आश्रम से निकलता है तो उसके साथ लगभग 20 से ज्यादा हथियार बंद गार्ड रहते है। जो उसके लिए रास्ता खाली कराते है और बाबा की ग्रैंड एंट्री कराते है। इतना ही नहीं बाबा का खुद का अपना सुरक्षा दस्ता है।
बाबा के पास 3 रेंज रोवर गाड़ियां हैं और वाकी टॉकी के साथ 20 से ज्यादा हथियारबंद गार्ड हमेशा बाबा के सुरक्षा में तैनात रहते है। जो रास्ता खाली कराने के लिए लाल झंडी का प्रयोग करते हैं। लेकिन सोशल मीडिया में जो वीडियो वायरल हुआ एक डॉक्टर को जिस तरीके से इन के सुरक्षाकर्मियों ने पीटा वह बेहद निंदनीय है। लिहाजा अभी पुलिस ने इस मामले पर एफ आई आर दर्ज नहीं की जल्द ही संज्ञान लेकर मामले में उचित कार्यवाही की जाएगी ऐसा कानपुर पुलिस का कहना है।