यादों में सिद्धार्थ शुक्ला:काम्या पंजाबी बोलीं- मैं और सिड फोन पर बहुत बातें करते थे..
बस यही अफसोस है कि हम फोन पर हंसे लेकिन मिले नहीं
एक्ट्रेस काम्या पंजाबी ने हाल ही में हुए एक इंटरव्यू के दौरान अपने दोस्त सिद्धार्थ शुक्ला को याद किया और अपने दोस्त को खोने पर अपना दुख साझा किया। साथ ही काम्या ने कहा कि मैं काम में इतना व्यस्त हो गई थी कि मैंने अपने दोस्तों को नेगलेक्ट किया। लेकिन इस घटना ने मुझे इस हद तक झकझोर दिया है कि मैं अपने दोस्तों से अभी मिलना चाहती हूं। सिद्धार्थ का 2 सितंबर को दिल का दौरा पड़ने की वजह से निधन हो गया था।
सिद्धार्थ के बहुत करीब थीं काम्या
काम्या कहती हैं, “मैं सिद्धार्थ के बहुत करीब थी। हमने बहुत सारी पार्टियां की हैं। लेकिन अन्य एक्टर्स के विपरीत, मैंने सोशल मीडिया पर स्टोरीज पोस्ट नहीं की कि हम कितने क्लोज थे या हमने लास्ट कब बात करी। जब सब खतम हुआ, मैं उनके घर गई, लेकिन मैंने उनकी मां के साथ अपनी बातचीत सोशल मीडिया पर पोस्ट नहीं की।
सिद्धार्थ के निधन ने काम्या को पहुंचाया है बहुत दुख
काम्या आगे कहती हैं, “मुझे कहीं न कहीं ऐसा लगता है कि क्यों हुई वो दोस्ती। अगर नहीं होती तो इतना दुख और इतनी तकलीफ नहीं होती आज। उनके असामयिक निधन ने मुझे बहुत दुख पहुंचाया है और मैं अभी तक उस सदमे से उबर नहीं पाई हूं। मैं अभी भी यह स्वीकार नहीं कर पा रही हूं कि वो अब हमारे बीच नहीं है। मुझे अभी भी लगता है वो कभी भी फोन करेगा और हम घंटों बात करेंगे।”
लाइफ में किसी भी चीज का पछतावा नहीं करना चाहती हैं काम्या
काम्या ने कहा, “सिद्धार्थ मुझे हंसाता था, मेरे शो का एक सीन देखने के बाद मुझे फोन करता था। हम इतना हंसते थे। मुझे रिगरेट है कि हम फोन पर ही हंसे, मिल कर नहीं हंस पाए। मैं काम में इतना व्यस्त हो गई कि मैंने अपने दोस्तों को नेगलेक्ट किया। लेकिन इस घटना ने मुझे इस हद तक झकझोर दिया है कि मैं इसे अभी करना चाहती हूं। मैं अपने दोस्तों से मिल रही हूं और उनके साथ समय बिता रही हूं जब से ‘शक्ति’ का रैप अप हुआ है। मैं अपनी बेटी आरा के साथ फिल्में देखना चाहती हूं और अपनी मां के साथ खाना खाना चाहती हूं। मैं लाइफ में किसी भी चीज का पछतावा नहीं करना चाहती हूं। मैंने महसूस किया है कि लाइफ अनप्रिडिक्टेबल है। हर किसी को पल में जीना चाहिए।”
काम्या बिताएंगी घरवालों और दोस्तों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय
काम्या ने आगे कहा, “पहले मुझे ऐसा लगता था की मैं आज काम करुंगी तो मेरी बेटी का फ्यूचर सिक्योर होगा। कल अगर मुझे कुछ हो गया, तो मेरे घरवालों और दोस्तों को ऐसा न लगे की ये तो काम ही करती रह गई, इसे तो समय ही नहीं मिला। अब, मैं यह सुनिश्चित करूंगी कि मुझे अपने प्रियजनों के साथ समय बिताने को मिले। मैं समझ गई हूं कि पैसे और सुरक्षा के अलावा हमें कुछ समय भी चाहिए। मैं अपने अगले शो के बारे में सोचने के बजाय अपना समय समझदारी से बिताने की प्लानिंग कर रही हूं। एक बहुत बड़ा नुक्सान हुआ है ये अहसास होने के लिए।”