मध्य प्रदेश में सियासी घमासान के बीच कमलनाथ ने की इस्तीफे की घोषणा
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में सियासी घमासान के बीच अपना इस्तीफा दे दिया है। कमलनाथ ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्थिति का ऐलान किया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कमलनाथ ने कहा मैं गवर्नर से मिलने वाला हूं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कमलनाथ के साथ सभी कांग्रेस के विधायक भी मौजूद थे। साथ ही कमलनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पहले दिन से ही सरकार गिराना चाहती थी बीजेपी लेकिन जनता ने हमारा साथ दिया।
कमलनाथ ने कॉन्फ्रेंस कर कहा कि 11 दिसंबर 2018 को पिछली विधानसभा का परिणाम आया है, जिसमें कांग्रेस सबसे अधिक सीटें हासिल करके आई। 17 दिसंबर को मैंने शपथ ली और 25 दिसंबर को मंत्रिमंडल की शपथ ली। आज 20 मार्च है, इस दौरान हमारा प्रयास प्रदेश की तस्वीर बदलने का रहा। 15 महीनों में मेरी क्या गलती थी, अपने राजनीतिक जीवन में मैंने काम पर विश्वास रखा है। बीजेपी ने मेरे कार्यकाल के दौरान हमारे कार्यों के खिलाफ साजिश की, पहले दिन से ये लोग हमारी सरकार गिराना चाहते थे। बीजेपी ने 22 विधायकों को बंधक बनाया और ये पूरा देश बोल रहा है, करोड़ों रुपये खर्च कर खेल खेला जा रहा है। एक महाराज और उनके 22 साथियों के साथ मिलकर साजिश रची गई।
कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी की ओर से जनता के साथ विश्वासघात किया जा रहा है और लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की जा रही है। जनता इन्हें कभी माफ नहीं करेगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कमलनाथ ने कहा कि हमने अपने कार्यकाल में माफियाओं को खत्म करने का काम किया, बीजेपी को यहां सरकार चलाने के लिए 15 साल मिले।