यूपी के पूर्व CM कल्याण सिंह पंचतत्व में विलीन, राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई
राम मंदिर आंदोलन के प्रणेता यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह पंचतत्व में विलीन हो गए। उनका अंतिम संस्कार बुलंदशहर जनपद के नरौरा में गंगा तट पर बासी घाट पर किया गया। बेटे राजवीर ने मुखाग्नि दी। राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार से पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, सीएम योगी, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पुष्प चक्र चढ़ाकर श्रदांजलि दी।
इसके पहले उनके पार्थिव शरीर को उनकी कर्मभूमि अलीगढ़ से उनकी जन्मभूमि पैतृक गांव अतरौली लाया गया जहां अपने जनप्रिय नेता का अंतिम दर्शन को लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।अंतिम संस्कार से पूर्व गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और पूरा क्षेत्र कल्याण सिंह अमर रहे, राम भक्त कल्याण सिंह अमर रहे के नारों से गूंज उठा। भाजपा के झंडे में लिपटे उनके शव पर, राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा भी लिपटा था।
अलीगढ़ से नरौरा तक पूरे रास्ते उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह शव वाहन के पीछे कार से चलते रहे। जैसे ही पार्थिव देह नरोरा स्थित बांसी घाट पहुंचा, वहां मौजूद लोगों ने जननायक कल्याण सिंह अमर रहे, राम भक्त कल्याण सिंह अमर रहे, जैसे नारे लगाने शुरू कर दिए और कार्यकतार्ओं में उनके शव पर पुष्पांजलि अर्पित करने की होड़ लग गई। भीड़ को संभालने में पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी तो खुद सीएम योगी ने माइक लेकर लोगों को अपने स्थान से ही श्रद्धांजलि अर्पित करने की अपील करनी पड़ी।
गृहमंत्री अमित शाह ने भी अलीगढ़ के अतरौली पहुंचकर अहिल्या बाई स्टेडियम में कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन किये और उन्हें श्रद्धांजलि दी। अमित शाह के अलावा राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती समेत तमाम केंद्रीय व प्रदेश सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक व नेता भी यहां पहुंचे।
शनिवार की रात निधन के बाद लखनऊ में पीएम मोदी भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे। रविवार को कल्याण सिंह का पार्थिव देह एयर एंबुलेंस से लखनऊ से अलीगढ़ के धनीपुर एयरपोर्ट लाया गया था। वहां से अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम ले जाया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सतत निगरानी में यहां पर लोग कल्याण सिंह की पार्थिव देह का अंतिम दर्शन करते रहे।