Kalpana Soren की धालभूमगढ़ में हुंकार: भाजपा को दी चुनौती

Kalpana Soren ने धालभूमगढ़ के नरसिंहगढ़ मैदान में एक प्रभावशाली सभा को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा

घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में झामुमो की ताकत

पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला विधानसभा से झामुमो प्रत्याशी रामदास सोरेन के पक्ष में आज Kalpana Soren ने धालभूमगढ़ के नरसिंहगढ़ मैदान में एक प्रभावशाली सभा को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा और कई गंभीर आरोप लगाए। कल्पना सोरेन ने इस दौरान भाजपा की नीतियों को आदिवासी समुदाय के खिलाफ बताया और राज्य की आदिवासी बहुलता वाले क्षेत्रों में पार्टी के खिलाफ जन जागरूकता फैलाने का आह्वान किया।

बीजेपी पर गंभीर आरोप: आदिवासियों के हक पर हमला

Kalpana Soren ने भाजपा पर आरोप लगाया कि पार्टी आदिवासी समुदाय के हक और अधिकारों की रक्षा करने के बजाय उनकी जमीन पर अपनी नजरें गड़ा रही है। उन्होंने कहा, “बीजेपी का ध्यान आदिवासियों के हक पर नहीं, बल्कि उनकी ज़मीन के अंदर छिपे खजाने पर है। यह न केवल हमारी जनसंख्या बल्कि हमारी संस्कृति और अस्तित्व के लिए भी खतरा है।”

Kalpana Soren ने कहा कि भाजपा ध्यान भटकाने के लिए आदिवासियों के बीच दिग्भ्रमित करने वाली राजनीति कर रही है, जबकि वास्तविक मुद्दे लोगों के अधिकारों को लेकर हैं। उन्होंने भाजपा की आदिवासी विरोधी नीतियों की आलोचना करते हुए इस बार झामुमो को जीत दिलाने का आह्वान किया।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की महिलाओं के लिए क्रांतिकारी योजना

Kalpana Sorenने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से आदिवासी समुदाय और महिलाओं के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह 24 साल में पहली बार हुआ है जब राज्य में महिलाओं के लिए एक क्रांतिकारी योजना लाई गई है, और यह योजना झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना है।

Kalpana Soren ने बताया, “यह योजना खासकर महिलाओं के कल्याण के लिए बनाई गई है, और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसे जेल से बाहर आने के बाद लागू किया। यह उनके दृष्टिकोण और समाज के प्रति उनके समर्पण का प्रतीक है।” उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड में महिलाओं के लिए अब तक कोई ऐसी योजना नहीं थी जो उनके जीवन की वास्तविक समस्याओं को हल करने में मदद कर सके।

आदिवासियों और महिलाओं के हक की लड़ाई जारी

कल्पना सोरेन ने आगे कहा, “हम आज जिस तरीके से अपनी हक अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं, वह किसी से छिपा नहीं है। यह हमारी आदिवासी संस्कृति और समाज की लड़ाई है, जिसे हम हर हाल में जीतेंगे।” उन्होंने राज्य के आदिवासी समुदाय को एकजुट करने का आह्वान करते हुए कहा कि जब तक भाजपा की विरोधी नीतियों का मुकाबला नहीं किया जाएगा, तब तक समाज को सशक्त नहीं किया जा सकता।

“Chhath के नहाय-खाय पर कहां गए लालू यादव? नीतीश के पैर छूने पर भी दिया जवाब”

Kalpana Soren का आज का संबोधन झारखंड में भाजपा के खिलाफ झामुमो की मजबूती को दिखाने वाला था। जहां एक तरफ उन्होंने भाजपा की नीतियों को नकारात्मक बताया, वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की योजनाओं और आदिवासी समाज के लिए किए गए कामों की सराहना की। अब देखना यह होगा कि झामुमो और भाजपा के बीच यह चुनावी संघर्ष किस दिशा में आगे बढ़ता है और जनता किसे अपना समर्थन देती है।

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