अफगानिस्तानः काबुल एयरपोर्ट से अंतिम 3 विमान ने भरी उड़ान, अमेरिकी मौजूदगी का हुआ अंत
अफगानिस्तान में अमेरिका की 19 साल से अधिक समय की मौजूदगी का अंत हो गया है। अमेरिकी सेना के अंतिम तीन विमानों ने भी सोमवार की देर रात काबुल एयरपोर्ट से उड़ान भरी। रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी सेना के अंतिम तीन सी-17 विमानों ने 30-31 अगस्त की आधी रात काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी और इसके साथ ही अफगानिस्तान में अमेरिकी सैन्य अभियान का अंत हो गया।
समाचार एजेंसियों के मुताबिक न्यूजवीक के संपादक नावीद जमाली ने ट्वीट कर कहा कि युद्ध का अंत हो गया है, अंतिम विमान ने उड़ान भर ली है। वहीं, सीएनएन के रिपोर्टर ने कहा कि अमेरिका के अंतिम तीन सी-17 विमानों ने हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भर ली है। ये अफगानिस्तान में अमेरिका की मौजूदगी का अंत हो सकता है।
तालिबान ने फायरिंग कर मनाया जश्न, बताया आजादी
काबुल से अमेरिकी सैनिकों के निकलने के बाद तालिबानियों ने हवा में गोलियां दाग कर जीत का जश्न भी मनाया। गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पहले सितंबर, फिर 31 अगस्त तक अपनी सेना अफगानिस्तान से वापस बुला लेने का ऐलान किया था।
अफगानिस्तान में अब 200 से कम अमेरिकी
वहीं अमेरिकी सचिव एंटनी ब्लिंकेन ने कहा कि अमेरिका हर उस अमेरिकी की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है जो अफगानिस्तान छोड़ना चाहता है। 200 से कम अमेरिकी अफगानिस्तान में हैं जो छोड़ना चाहते हैं और अमेरिका उन्हें बाहर निकालने की कोशिश करना जारी रखेगा। ब्लिंकेन का कहना है कि बचे हुए अमेरिकियों की संख्या 100 के करीब हो सकती है। साथ ही कहा कि काबुल हवाई अड्डे के फिर से खुलने पर अमेरिका अफगानिस्तान के पड़ोसियों के साथ काम करेगा ताकि वो या तो ओवरलैंड या चार्टर फ्लाइट से प्रस्थान कर सकें।
अमेरिका ने अफगानिस्तान में राजनयिक उपस्थिति को निलंबित किया
इसके अलावा कहा कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में राजनयिक उपस्थिति को निलंबित कर कतर में अभियान शुरू किया है। इसके अलावा कहा कि अफगानिस्तान में अमेरिका का काम जारी है, हमारे पास एक योजना है। हम शांति बनाए रखने पर अथक रूप से केंद्रित रहेंगे, जिसमें हजारों लोगों का हमारे समुदाय में स्वागत करना शामिल है, जैसा कि हमने पहले किया है।