ज्योतिरादित्य सिंधिया का नागर उड़ान मंत्री के रूप में
बड़ा सवाल : IG एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 की छत गिरने के बाद कहा हैं पूर्व के मिनिस्टर ऑफ सिविल एविएशन?
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जनवरी 2022 में, जब ज्योतिरादित्य सिंधिया भारत के नागर उड़ान मंत्री के रूप में कार्यरत थे, उन्होंने निम्नलिखित महत्वपूर्ण परियोजनाओं और पहलों की शुरुआत की थी जिनका मुख्य उद्देश्य विमानन बुनियादी संरचना और सेवाओं को सुधारना था:
- उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक):
- ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उड़ान योजना को विस्तारित करने पर ध्यान केंद्रित किया, जो भारत के दूरस्थ और क्षेत्रीय क्षेत्रों में नागरिकों को हवाई यातायात को सस्ता और पहुंचने योग्य बनाने का उद्देश्य रखती है।
- हवाई अड्डे की बुनियादी संरचना विकास:
- उनके नेतृत्व में, देश भर में हवाई अड्डों की मॉडर्नाइजेशन और विस्तार के प्रयास किए गए, जिसमें यात्रियों की बढ़ती भारी यात्रा को संभालने के लिए अड्डे के विकास और अपग्रेडिंग शामिल थे।
- एयरलाइन कार्यालय और विनियामक:
- सिंधिया ने हवाई यातायात में सुरक्षा, दक्षता और यात्रियों की संतोषप्रदता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न पहलों पर काम किया।
- अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात:
- अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात के संबंध में पहलों को मजबूत करने के लिए पहलेवारी।
- अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात के संबंध में पहलों को मजबूत करने के लिए पहलेवारी।
- नई नीतियाँ और सुधार:
- विमानन उद्योग में विकास को बढ़ावा देने, निवेश को प्रोत्साहित करने और विनियमन संबंधी चुनौतियों का सामना करने के लिए नई नीतियों और सुधारों की शुरुआत।
- COVID-19 प्रतिक्रिया:
- COVID-19 महामारी के दौरान हवाई क्षेत्र के प्रबंधन का संभाल, सुरक्षित यात्रा के लिए रणनीतियाँ, पुनर्वास फ्लाइट्स और एयरलाइंस और हवाई अड्डों के समर्थन की रणनीतियाँ।
- तकनीकी एकीकरण:
- हवाई यातायात कार्यों में तकनीकी एकीकरण और नवाचार पर जोर देना, जिसमें यात्रियों के अनुभव और कार्यान्वयन दक्षता में सुधार के लिए डिजिटल पहलें शामिल हैं।