केजरीवाल को जेल और सोनिया गाँधी को सम्मन भेजने वाली जज गोमती मनोचा को जानें…
दिखने में जितनी शांत और सौम्य न्याय सुनाने में उतनी धारदार।
Judge Gomti Manocha दिखने में जितनी शांत और सौम्य न्याय सुनाने में उतनी धारदार हैं। देश की सेवा करने की भावनाओ में पली बढ़ी , पिता आर्मी में बड़े पद पर रहे इसलिए नियम और अनुशासन इनकी दिनचर्या में हल पल दीखता है लेकिन उससे ज्यादा इनके फैंसलों में। मन में ठान ले तो कोई रोक नहीं सकता चाहे वो सत्ता के बड़े हुक्मरान क्यों न हो। बचपन से पढाई में अव्वल आने आने वाली एक लड़की मजबूत फैसले लेने वाली जज गोमती मनोचा Judge Gomti Manocha बन गयी। और जज गोमती मनोचा की न्याय को देखने की नजर ऐसी रही की इनके फैसलो ने बड़ो बड़ो की नींद उडा दी।
देश पर सालो साल राज करने वाले गाँधी परिवार को कटघरे का नोटिस देने में गोमती कतई नहीं डरी। सच्ची लग्न और मेहनत की इनकी लिस्ट काफी पुरानी हैं जज गोमती मनोचा ने अरविन्द केजरीवाल को भी सलाखों के पीछे पहुंचाया था। आइये बताते हैं कैसे जज गोमती मनोचा ने नेशनल हेराल्ड केस में सोनिआ गाँधी और राहुल गाँधी को तलब किया था।
नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया और राहुल को समन जारी करने के कुछ ही दिनों बाद जस्टिस मनोचा का ट्रांसफर कर दिया गया था। इसे रूटीन ट्रांसफर बताया गया था।
क्या है नैशनल हेरल्ड मुकदमा(What is National Herald Case )
2014 में मेट्रोपॉलिटन जज गोमती मनोचा ने सोनिया, राहुल सहित इस मुकदमे के सभी आरोपियों को तलब किया था। उन्होंने कहा था कि आरोपियों के खिलाफ पहली नजर में केस बनता है। इसी साल ईडी ने मामले की जांच शुरू की। जांच एजेंसी पता लगाना चाहती थी कि कहीं इस सौदे में मनी लॉन्ड्रिंग तो नहीं हुई! 2015 में इस केस में पटियाला हाउस कोर्ट ने सोनिया और राहुल गांधी को जमानत दे दी।
इसके बाद गांधी परिवार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में केस खारिज करने की अर्जी दाखिल की गई, जिसे 2016 में अदालत ने मंजूर नहीं किया। इसके तीन साल बाद 2019 में ईडी ने मुंबई में नैशनल हेरल्ड की 16.38 करोड़ की प्रॉपर्टी जब्त कर ली।
ईडी की जांच अभी भी चल रही है। वह एजेएल और यंग इंडियन में शेयरहोल्डिंग के पैटर्न का पता लगा रहा है। जांच एजेंसी वित्तीय लेनदेन की भी जांच कर रही है। वह यह भी पता लगा रही है कि इसमें एजेएल और यंग इंडियन के प्रमोटरों का क्या रोल था।
ईडी ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत एक नया केस भी दर्ज किया है। यह मुकदमा इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की जांच के आधार पर दर्ज किया गया। डिपार्टमेंट ने स्वामी की कंप्लेन को देखते हुए यह जांच की थी, जिसका एक ट्रायल कोर्ट ने नोटिस लिया था। हाल ही में ईडी ने इस मुकदमे में सोनिया और राहुल को पूछताछ के लिए बुलाया है।
Justic Gomti Manocha को तीस हजारी कोर्ट में एक सख्त जज के रूप में जाना जाती थी वर्तमान में NDMC में सीएलए के पद पर हैं। केजरीवाल पर मई 2014 में नितिन गडकरी ने मानहानी का दावा किया था, तब जस्टिस मनोचा ने ही मामले की सुनवाई करते हुए केजरीवाल को तिहाड़ जेल भेजा था।
इसके अलावा आम आदमी पार्टी के विधायक सुरेंद्र सिंह के केस की सुनवाई भी जस्टिस मनोचा ही कर रही थीं। उन्होंने विधायक सिंह से 30000 रूपए का पर्सनल बांड भरवाकर उन्हें जमानत दी थी।