कर्नाटक चुनाव से पहले भाजपा को झटका, वरिष्ठ नेता के ईश्वरप्पा का चुनाव लड़ने से इनकार
बीजेपी के वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा ने आज कहा कि वह 10 मई को होने वाला कर्नाटक चुनाव नहीं लड़ेंगे, जिससे पार्टी द्वारा उम्मीदवारों की घोषणा में देरी करने की अटकलों को और बल मिला।
ईश्वरप्पा ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिख कर सूचित किए की , “मैं चुनावी राजनीति से हट रहा हूं।”
उन्होंने कन्नड़ में एक संक्षिप्त पत्र में लिखा, “पार्टी ने मुझे पिछले 40 वर्षों में बहुत सारी जिम्मेदारियां दी हैं। मैं एक बूथ प्रभारी से लेकर राज्य पार्टी प्रमुख तक रहा है। मुझे उपमुख्यमंत्री बनने का भी सम्मान मिला।” उन्होंने कहा कि फैसला उनका अपना है।
हो सकता है कि यह श्री ईश्वरप्पा का एक पूर्वव्यापी कदम हो, जिन्होंने पिछले महीने संकेत दिया था कि उन्हें उम्मीदवार के रूप में हटा दिया जाएगा।
ईश्वरप्पा इस जून में 75 वर्ष के हो गए, नेताओं के चुनाव लड़ने और पदों पर बैठने के लिए भाजपा में अनौपचारिक आयु सीमा को पार कर गए।
अनुभवी विधायक अपने बेबाक बयानों के कारण अक्सर विवादों के केंद्र में रहे हैं।
भाजपा ने 224 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा को लगभग अंतिम समय तक टाल दिया है। गुरुवार को नामांकन बंद हो गया। उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने के लिए पार्टी ने मैराथन बैठकें की हैं।
रिपोर्ट्स बताती हैं कि कई मौजूदा विधायकों को हटा दिया गया है और कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर के दलबदलुओं, जिन्होंने भाजपा सरकार स्थापित करने में मदद की, को पुरस्कृत किया जाएगा।