चीन, पाकिस्तान, रूस, ईरान सोच रहे हैं कि तालिबान के साथ क्या किया जाए, बोले बाइडन
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि चीन, पाकिस्तान, रूस और ईरान अभी ये समझने की कोशिश कर रहे हैं कि तालिबान के साथ क्या किया जाए.
मंगलवार को तालिबान के अपनी अंतरिम सरकार का ब्यौरा घोषित करने के कुछ ही घंटे बाद बाइडन ने संवाददाताओं से कहा कि चीन को तालिबान को लेकर एक ‘असल समस्या’ है.
बाइडन ने पत्रकारों से कहा, “चीन को तालिबान के साथ असल समस्या है. मुझे पूरा भरोसा है, वो इस बारे में कुछ करने की कोशिश कर रहे होंगे. ऐसे ही पाकिस्तान भी कर रहा होगा, रूस भी, ईरान भी.”
व्हाइट हाउस में एक प्रश्न के जवाब में कहा, “वे सब ये समझने की कोशिश कर रहे होंगे कि अब क्या किया जाए. तो इंतज़ार करें और देखें क्या होता है. ये देखना दिलचस्प होगा कि आगे क्या होता है.”
तालिबान ने मंगलवार को मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद की अगुआई में एक अंतरिम सरकार के गठन की घोषणा की है जिसमें गुट के कट्टर नेताओं को जगह दी गई है.
सरकार के महत्वपूर्ण पदों पर तालिबान के बड़े नेताओं को बिठाया गया है जिनमें ख़तरनाक हक़्क़ानी नेटवर्क के मुखिया सिराजुद्दीन हक़्क़ानी के नाम की काफ़ी चर्चा हो रही है जिन्हें गृह मंत्रालय दिया गया है.
हक़्क़ानी का नाम संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक चरमपंथियों की सूची में शामिल है और अमेरिकी जाँच एजेंसी एफ़बीआई को भी उनकी तलाश है.