श्रीराम पर बयान देकर मुश्किल में मांझी:राम का अस्तित्व नहीं माननेवाले पूर्व सीएम को हिंदू संगठन की चुनौती,
कहा- हम श्रीराम की वंशावली दे रहे हैं, मांझी दें अपनी वंशावली
बीजेपी नेता सीपी ठाकुर और राज्यपाल फागू चौहान के साथ संजीव मिश्रा।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी रामायण पर दिए अपने बयान को लेकर चौतरफा घिरते दिख रहे हैं। भाजपा के बाद अब एक हिंदू संगठन ने भी उनके बयान पर आपत्ति दर्ज करते हुए उन्हें चुनौती दे डाली है। ‘श्री भगवद् गीता आपके द्वार’ नाम के धार्मिक हिंदू संगठन ने बयान जारी कर मांझी से उनकी वंशावली मांगी है।
संगठन ने मांझी के उस बयान पर आपत्ति जताई है जिसमें उन्होंने राम और रामायण दोनों को काल्पनिक बताया था। संगठन ने उन्हें चुनौती देते हुए कहा है- ‘वो राम की वंशावली देकर यह प्रमाणित कर रहे हैं कि राम और रामायण दोनों कल्पना नहीं है।’ संगठन से जुड़े संजीव मिश्रा ने जीतन राम मांझी से उनकी वंशावली की मांग की है। बयान जारी करने के साथ ही संगठन की तरफ से श्रीराम की वंशावली भी दी गई है ।
हिंदू संगठन की ओर से जारी की गई भगवान श्री राम की वंशावली।
जनता दरबार में मांझी ने कहा था- रामायण की कहानी सत्य पर आधारित नहीं
जीतन राम मांझी ने रामायण से जुड़ा विवादित बयान मंगलवार को हम पार्टी के जनता दरबार के दौरान दिया था। मांझी से मीडिया ने मध्य प्रदेश की तर्ज पर बिहार के स्कूली पाठ्यक्रम में रामायण को शामिल करने को लेकर सवाल पूछा था। इसके जवाब में हम अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने सिलेबस में रामायण को शामिल करने की जरूरत तो बताई थी, लेकिन साथ ही यह भी कहा था कि रामायण की कहानी सत्य पर आधारित नहीं है। उन्होंने रामायण को काल्पनिक ग्रंथ बताया था ।
श्री भगवद् गीता आपके द्वार , संगठन से जुड़े हैं कई भाजपा के नेता
‘श्री भगवद् गीता आपके द्वार’ संगठन लगातार कई वर्षों से भगवद् गीता को देश-विदेश तक पहुंचाने का काम कर रहा है। संगठन अब तक देश-विदेश के सैकड़ों शख्सियतों को श्री भगवद् गीता भेंट कर चुकी है । इस संगठन के संरक्षक के तौर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सीपी ठाकुर जुड़े हैं। साथ ही पूर्व मंत्री नंद किशोर यादव भी इसके संरक्षक हैं।