झुंझुनू : प्रोटोकॉल पर कलेक्टर से भिड़े भाजपा नेता
झुंझुनू। प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था और महिलाओं- बच्चियों के साथ हो रही दुष्कर्म की घटनाओं के विरोध में सोमवार को भाजपा ने प्रदेश व्यापी आह्वान के तहत हर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपे। लेकिन झुंझुनू में ज्ञापन सौंपने गए भाजपा नेताओं और कलेक्टर यूडी खान के बीच ही तकरार हो गई।
दरअसल आज भाजपा नेता सांसद नरेंद्रकुमार, विधायक सुभाष पूनियां, पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष पवन मावंडिया तथा भाजपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य विश्वंभर पूनियां के नेतृत्व में ज्ञापन देने जब कलेक्टर के चैंबर में पहुंचे। तो वहां पर कलेक्टर उमरदीन खान मौजूद नहीं थे। इसके बाद कलेक्टर जब आए तो सीधे आकर कुर्सी पर बैठ गए और सांसद, विधायक व पूर्व विधायक से ज्ञापन देने की बात कही। लेकिन पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी को यह नागवार गुजरा। उन्होंने कलेक्टर से सांसद व विधायक के सम्मान में खड़ा होकर ज्ञापन लेने का निवेदन किया। लेकिन कलेक्टर उमरदीन खान ने कहा कि वे ना तेा कुर्सी से खड़े होंगे और सांसद- विधायक उनके पास आए है। वे उनके पास नहीं गए है। इसलिए वे कुर्सी से खड़े नहीं होंगे।
तब गुस्से में पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी ने भाजपा नेता विश्वंभर पूनियां को यहां तक कह दिया कि यदि कलेक्टर उमरदीन खान जनप्रतिनिधियों का सम्मान करना नहीं जानते तो उन्हें भी कलेक्टर का सम्मान करना नहीं आता। इसलिए यह ज्ञापन फाड़कर कलेक्टर के मुंह पर मारा जाए। विश्वंभर पूनियां ने भी ज्ञापन को जिलाध्यक्ष पवन मावंडिया से छीनकर फाड़ने की कोशिश की और कलेक्टर की टेबल बजाई। पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी ने भी कहा कि जब तक कलेक्टर खान कुर्सी पर बैठे है, तब तक वे उनकी टेबल पर बैठे है।
मामला बढ़ता देख पुलिस और मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने बीच बचाव भी किया। लेकिन बाद में कलेक्टर उमरदीन खान ने सीट से खड़े होकर ज्ञापन लिया और मामला शांत किया। लेकिन इस मामले को लेकर भाजपाइयों में आक्रोश है। भाजपा ने कलेक्टर के व्यवहार की निंदा की है। सांसद नरेंद्रकुमार ने कहा कि पिछले दिनों भी जब वे ज्ञापन देने गए थे। तब भी कलेक्टर ने प्रोटोकॉल का ध्यान नहीं रखा और कुर्सी पर बैठे बैठे ही ज्ञापन लिया था। लेकिन तब उस बात को भुला दिया गया था। पर अब हर बार कलेक्टर जनप्रतिनिधियों के सम्मान को ठेस पहुंचा रहे है तो यह बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। इस मामले में कलेक्टर खान ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।