रिचर्ड ब्रान्‍सन से कैसे अलग होने वाली है जेफ बेजोस की अंतरिक्ष यात्रा, दो दिन बाद रचेंगे इतिहास

20 जुलाई को जेफ बेजोस अंतरिक्ष की सैर करने वाले हैं। उनका क्रू मैंबर भी इस दौरान बेहद खास होगा। इस सफर में उनके साथ 0 वर्ष से अधिक उम्र की महिला और 18 वर्ष का युवक भी साथ होगा।

वाशिंगटन (रायटर)। अंतरिक्ष की सैर के मामले में भले ही वर्जिन ग्रुप के प्रमुख रिचर्ड ब्रान्‍सन ने अरबपति जेफ बेजोस को पीछे छोड़ दिया हो, लेकिन वो उन्‍हें इस राह में एक मील का पत्‍थर स्‍थापित करने से नहीं रोक सके हैं। दरअसल, 20 जुलाई को जैफ बेजोस अंतरिक्ष की एक ऐसी यात्रा पर निकलने वाले हैं जिसमें उनके क्रू के साथ कोई पायलट नहीं होगा।

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  1. इसका सीधा सा अर्थ है कि जिस यान में वो अंतरिक्ष की सैर करेंगे वो पायलट रहित होगा। उनके साथ कुछ छह लोग इस सफर पर जाने वाले हैं। इसमें एक उनके भाई हैं तो एक 80 वर्ष से अधिक उम्र की अमेरिकी महिला एस्‍ट्रोनॉट वैली फंक हैं। इसके अलावा 18 वर्ष के ऑलिवर डेमेन भी इस सफर में उनके साथ होंगे। डेमेन ऐसा करने वाले दुनिया में सबसे कम उम्र के सदस्‍य हैं। आपको बता दें कि फंक अंतरिक्ष में जाने वाली सबसे उम्रदराज महिला बनने वाली हैं।

वैली फंक को 17 वर्ष की उम्र में ही पायलट का लाइसेंस मिल गया था। 1960 में वो अंतरिक्ष में जाने वाले मर्करी 13 मिशन के लिए 13 महिला सदस्‍यों के साथ अंतरिक्ष में जाने की ट्रेनिंग भी ले चुकी हैं। लेकिन कुछ कारणों की वजह से इस मिशन पर किसी भी महिला को नहीं भेजा गया था। अब 6 दशक के बाद उनका ये सपना सच होने वाला है। वहीं डेमेन ने अंतरिक्ष में जाने वाले इस यान में अपनी सीट खरीद कर बुक की है।

आपको यहां पर ये भी बता दें कि जिस दिन अमेजन के पूर्व संस्थापक जेफ बेजोस अपनी स्‍पेस कंपनी ब्लू ओरिजिन के न्यू शेपर्ड यान से इस एतिहासिक सफर की शुरुआत कर रहे हैं उसी दिन दिन 1969 में पहली बार कोई यान चंद्रमा की धरती पर पहली बार उतरा था। इस नाते भी उनकी ये उड़ान बेहद खास होने वाली है। बेजोस का अब पूरा ध्‍यान अपनी स्‍पेस कंपनी पर है। यही वजह है कि उन्‍होंने इसके लिए 5 जुलाई को अमेजन के सीईओ पद से इस्‍तीफा दे दिया था। बता दें कि न्यू शेपर्ड एक पूरी तरह से स्वचालित यान है। ये पहला मौका होगा जब एक क्रू अंतरिक्ष के लिए इस तरह के यान पर सवार होगा।

गौरतलब है कि पिछले सप्‍ताह रिचर्ड ब्रान्‍सन ने अपनी कंपनी वर्जिन गैलक्टिक के रॉकेट विमान से अंतरिक्ष की सैर की थी। उन्‍होंने सफलतापूर्वक धरती पर आने के बाद बताया कि उनका बचपन का सपना पूरा हो गया। इस यात्रा में एक भारतीय महिला भी शामिल थी। छह सदस्‍य इस दल में दो पायलट भी थे। यदि ब्रान्‍सन और बेजोस के यान की आपस में तुलना की जाए तो इनके काफी कुछ अलग होने का पता चलता है। ब्रान्‍सन के यान को एक कैरियर प्‍लने के जरिए हवा में लॉन्‍च किया गया था और बाद में इसमें सवार सभी लोगों जीरो ग्रविटी का अनुभव किया था। इसके बाद इस यान ने धरती के वातावरण में री-एंट्री की थी। वहीं बेजोस का कैप्‍सूल उन्‍हें धरती से करीब 100 किमी की ऊंचाई तक ले जाएगा और फिर वापसी में इसका सफर एक पैराशूट के साथ शुरू होगा। इसको एक रॉकेट के जरिए लॉन्‍च किया जाएगा।

बेजोस समेत अन्‍य क्रू मैंबर्स की 11 मिनट की ये यात्रा काफी खास होने वाली है। इस उड़ान से पहले कंपनी ने इसका करीब 15 बार सफल परिक्षण किया है। इस दौरान एक बार ही कंपनी को नाकामी हाथ लगी है। न्‍यू शैपर्ड BE-3 (Blue Origin-3) का इंजन लॉन्चिंग के दौरान करीब 110,000 पाउंड का थ्रस्‍ट पैदा कर ता है। ये नासा के शटल के ही लगभग बराबर है। उनकी ये उड़ान 20 जुलाई को सुबह करीब 9 बजे वेस्‍ट टेक्‍सास से शुरू होगी। इस सफर में जेफ के साथ उनके भाई मार्क भी होंगे।

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