जातीय जनगणना पर नीतीश के लिए BJP का संदेश:प्रदेश अध्यक्ष ने कहा
गिनती के जरिए सही आंकड़े लाना संभव नहीं; कर्नाटक, ओडिशा ने कराई है गणना
BJP के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने जातीय जनगणना कराने पर नीतीश कुमार को दो टूक जवाब दिया है।
जातीय जनगणना की मांग को लेकर PM नरेन्द्र मोदी से मिलने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को केन्द्र ने अपना संदेशा भिजवा दिया है। इस मसले पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद संजय जायसवाल ने शुक्रवार को दो टूक कहा है- ‘केन्द्र सरकार जातीय जनगणना नहीं कराएगी, क्योंकि इसके जरिए सही आंकड़े नहीं आ सकते।’
उन्होंने यह भी साफ कहा है- ‘जातीय जनगणना कराकर गलत आंकड़े पेश करने का कोई मतलब नहीं होगा। नियम यह है कि मैं अपनी जाति खुद बताऊं, लेकिन ज्यादातर लोग अपनी जाति स्पष्ट तौर पर नहीं बताते हैं। ऐसे में आंकड़ों में गलतियां होने की संभावना रहती है।’ 2011 में जातीय जनगणना का हवाला देते हुए उन्होंने कहा- ‘तब 4 लाख 28 हजार जातियां सामने आ गई थी। ऐसे में व्यवहारिक तौर पर जातीय जनगणना संभव नहीं।’
कर्नाटक और ओडिशा ने कराया है, बाकी राज्य भी स्वतंत्र
जायसवाल ने कहा- ‘कर्नाटक और ओडिशा जैसे राज्यों ने खुद से जातीय जनगणना कराई है। ऐसे में कोई भी राज्य इसे कराने के लिए स्वतंत्र है।’ जायसवाल के इस बयान से यह साफ है कि CM नीतीश कुमार ने बिहार के राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ PM से मिलकर जो मांग सामने रखी थी, उसे ना सिर्फ ठुकरा दिया गया है, बल्कि फिर से गेंद नीतीश कुमार के पाले में डाल दी गई है।
23 अगस्त को प्रतिनिधिमंडल के साथ PM से मिले थे CM
जातीय जनगणना की मांग को लेकर CM नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत कुल 11 नेताओं का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिला था। इस मुलाकात को मुख्यमंत्री ने सकारात्मक बताया था। उन्होंने कहा था- ‘प्रधानमंत्री ने जातीय जनगणना से इनकार नहीं किया है।’