यूपी में हार के बाद जयंत चौधरी का बड़ा फैसला, जानिए क्या

यूपी के प्रदेश, क्षेत्रीय, जिला व सभी फ्रंटल संगठनों को भंग कर दिया गयान

मेरठ. उत्तर प्रदेश  विधानसभा चुनाव में इस बार राष्ट्रीय लोकदल ने राज्य में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा. हालांकि पार्टी को इसका कोई खास फायदा नहीं हुआ और उसे करारी हार का सामना करना पड़ा. अब चुनाव परिणाम सामने आने के बाद रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी  ने सोमवार को बड़ा फैसला लिया है. जयंत चौधरी ने विधानसभा चुनाव में पार्टी के हार के बाद एक निर्देश जारी किया है. पार्टी अध्यक्ष के निर्देशानुसार रालोद यूपी के प्रदेश, क्षेत्रीय, जिला व सभी फ्रंटल संगठनों को भंग कर दिया गया है.

पार्टी अध्यक्ष का ये निर्देश तत्काल प्रभाव से लागू हुआ है. माना जा रहा है कि पार्टी अध्यक्ष ने ये फैसला विधानसभा चुनाव में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद लिया है. बता दें कि इस बार राष्ट्रीय लोकदल समाजवादी पार्टी गठबंधन का हिस्सा थी. जिसमें सुभासपा और प्रसपा समेत कुल चार पार्टियां थीं. जबकि दूसरी तरफ बीजेपी के साथ अनुप्रिया पटेल की अपना दल और डॉ. संजय निषाद की पार्टी थी.

सपा गठबंधन को कुल 125 सीटें मिली

बीजेपी गठबंधन को राज्य में प्रचंड बहुमत मिला है. उत्तर प्रदेश में बीजेपी गठबंधन को कुल 273 विधानसभा सीटों पर जीत मिली है. जबकि सपा गठबंधन को कुल 125 सीटें मिली हैं. हालांकि राष्ट्रीय लोकदल को केवल आठ सीटों पर ही संतोष करना पड़ा है. वहीं राज्‍य की मुख्‍य विपक्षी समाजवादी पार्टी और जयंत चौधरी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोकदल का गठबंधन फेल साबित हुआ है. चुनाव के दौरान कहा जा रहा था कि जयंत और अखिलेश की जोड़ी कमाल कर सकती है. चुनाव प्रचार के दौरान भी इस जोड़ी ने एक साथ रैलियां और रोड़ शो किए लेकिन अखिलेश और जयंत जनता के दिल में जगह नहीं बना सके.

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