कृषि बिल को लेकर जम्मू कश्मीर किसान यूनियन ने किया प्रदर्शन
कठुआ। कृषि विधायकों के खिलाफ देशभर में किसान संगठनों का धरने प्रदर्शन जारी हैं। इसी क्रम में कठुआ में सोमवार को जम्मू कश्मीर किसान यूनियन के बैनर तले किसानों ने कृषि बिल का विरोध करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
सोमवार को कठुआ के मुखर्जी चैक पर भारी संख्या में किसान एकत्रित हुए जिन्होंने केंद्र सरकार को किसान विरोधी करार दिया। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहां कि केंद्र सरकार चंद पूंजीवादी लोगों को खुश करने के लिए किसानों पर इस प्रकार का किसान विरोधी कृषि बिल थोपा है। उन्होंने कहा कि इससे किसानों को फायदा कम नुकसान ज्यादा होगा। किसानों ने कहा कि उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने कहा ना तो किसानों के ऋण माफ किए गए, ना ही फसल खराब होने के बाद कोई मुआवजा दिए जाते हैं और ना ही स्वामीनाथन आयोग को लागू किया गया, जिसके लिए किसान लंबे समय से मांग करते आ रहे हैं। किसानों का कहना था कि मोदी सरकार ने उनके साथ भद्दा मजाक किया है, उन्होंने कहा कि मात्र 6000 सालाना देकर उन्हें चुप कराया गया है, जबकि 6000 में खेतों में वोने वाला बीज भी नहीं आता है। उन्होंने कहा की अब इस तरह के किसान विरोधी अध्यादेश थोपने की कोशिश की जा रही है जिससे किसान और दब जाएगा। किसानों ने कहा कि पूरे देश में 70 प्रतिशत लोग खेती-बाड़ी करते हैं जिसमें किसान पूर देश का पेट भरता है, तभी किसानों को अन्नदाता कहा जाता है। लेकिन आज अन्नदाता सड़कों पर है, धरने प्रदर्शन कर रहा है, लेकिन सरकार उनकी सुध नहीं ले रही। किसानों ने कहा इस वक्त पूरे देश में किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं धरने प्रदर्शन कर रहे हैं अगर इस बिल से किसान को फायदा होता तो किसान सड़कों पर क्यों आता। किसानों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि इस किसान विरोधी कृषि बिल को जल्द से जल्द वापस लिया जाए नहीं तो आने वाले दिनों में किसान इससे भी उग्र प्रदर्शन करेंगे।