जम्मू-कश्मीर: आतंकवादियों ने पहन रखा था आत्मघाती दस्ता, पीएम मोदी का दौरा बाधित करने का था मकसद
जम्मू-कश्मीर: आतंकवादियों ने पहन रखा था आत्मघाती दस्ता
लखनऊ: जम्मू के सुंजवां में शुक्रवार यानी 22 अप्रैल तड़के मारे गए पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के दोनों आतंकवादी आत्मघाती दस्ते का हिस्सा थे. जैश-ए-मोहम्मद के दोनों आतंकवादी ने आत्मघाती जैकेट पहन रखी थी. उनकी घुसपैठ पीएम मोदी के जम्मू दौरे को प्रभावित करने की बड़ी साजिश हो सकती है. पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने ऑपरेशन के बाद केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर का दौरा किया. वहीं, एडीजीपी मुकेश सिंह ने कहा कि जम्मू में एक बड़ा फिदायीन हमला, आतंकियों के खात्मे के साथ ही टल गया है.
आतंकी के फिदायीन हमले की बना रहे योजना
जम्मू के बाहरी इलाके सुंजवां में सेना के एक शिविर के पास हुए एनकाउंटर में सीआईएसएफ के एक सहायक उप निरीक्षक भी शहीद हुए हैं, जबकि 9 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए. एडीजीपी सिंह ने कहा, ‘दो आतंकवादी मारे गए. वह भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद ले जा रहे थे, जिससे पता चलता है कि वह एक फिदायीन हमले की योजना बना रहे थे, जिसे टाल दिया गया.’ अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक जांच के मुताबिक, 2 आतंकवादी गुरुवार को सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा से घुसपैठ करने के बाद जम्मू शहर के बाहरी इलाके में घुसे व सेना के एक शिविर के पास एक इलाके में रह रहे थे.
आतंकियों का क्या था निशाना?
एडीजीपी सिंह ने कहा कि यह जांच का विषय है कि आतंकियों का निशाना क्या था और क्या उन्होंने हाल ही में घुसपैठ की थी. मारे गए आतंकवादियों की पहचान व समूह से जुड़े होने सही खबर गहरी जांच के बाद सामने आएगी.
आत्मघाती जैकेट बरामद
अधिकारियों ने कहा कि दोनों आतंकियों के पास से आत्मघाती जैकेट भी बरामद की गई है. जिसका अर्थ है कि वह एक आत्मघाती मिशन पर थे, उनका संभावित लक्ष्य सुंजवां सेना शिविर हो सकता था. इनके पास से 2 एके-47 राइफल, एक अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर व एक सैटेलाइट फोन भी बरामद किया गया है. गोलीबारी शुक्रवार सुबह लगभग 4.25 बजे शुरू हुई. जब सुंजवां सेना शिविर की ओर जा रहे आतंकियों को ड्यूटी बदल रहे गार्डों ने देखा. करीब उसी समय, 15 कर्मियों को लेकर सीआईएसएफ की एक बस जम्मू एयरपोर्ट की तरफ बढ़ रही थी. जिसकी सुरक्षा अर्धसैनिक बल के जवान कर रहे थे.
जानें खुफिया इनपुट
इससे पहले एडीजीपी सिंह ने कहा था कि हमारे पास आतंकवादियों के बारे में पीएम मोदी की यात्रा से पहले कुछ योजना बनाने के बारे में इनपुट थे. यह अच्छा है कि हमें समय पर जानकारी मिली और ऑपरेशन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ. मारे गए आतंकवादियों की पहचान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आगे की जांच जारी है. जानकारी के मुताबिक वह पाकिस्तानी नागरिक हैं. मारे गए आतंकियों का जम्मू और कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को लेकर कोई इतिहास नहीं है.
24 अप्रैल को पीएम मोदी का दौरा
24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर, पीएम मोदी एक सभा को संबोधित करने के लिए सांबा के पाली गांव का दौरा करने वाले हैं. तत्कालीन राज्य के विशेष दर्जे को समाप्त करने व अगस्त 2019 में इसके विभाजन के बाद से सीमाओं के अलावा यह उनकी जम्मू-कश्मीर की पहली यात्रा होगी. पीएम मोदी की यात्रा को देखते हुए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है. पीएम मोदी रविवार को पंचायती राज के मौके पर आयोजित समारोह की अध्यक्षता करेंगे.