जम्मू-कश्मीर: NIA ने गिरफ्तार किए 4 आतंकी, दिल्ली को निशाना बनाने की थी प्लानिंग
नई दिल्ली. केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए (NIA) ने बुधवार को भी जम्मू-कश्मीर में छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों को जब्त और सबूतों को इकट्ठा किया. साथ ही जांच एजेंसी ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए चार प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दरअसल यह मामला जम्मू-कश्मीर और आतंकवाद से जुड़ा है. जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ समय से एक विशेष मकसद और साजिश के द्वारा कई आतंकी संगठनों द्वारा घाटी में आतंकवाद को आगे बढ़ाने और आम लोगों पर भी हमला करने की साजिश रची जा रही है. इस मामले पर एनआईए की टीम को तफ्तीश के दौरान कई महत्वपूर्ण इनपुट्स मिले थे, उसी के आधार पर यह गिरफ्तारी संभव हुई है.
जांच एजेंसी एनआईए द्वारा मंगलवार को 16 लोकेशन पर छापेमारी की गई थी जिसके अंतर्गत श्रीनगर पुलवामा शोपियां सहित अन्य लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया गया था.
कई आतंकी संगठनों के खिलाफ एनआईए ने दर्ज की थी नई FIR
जांच एजेंसी एनआईए के सूत्रों के मुताबिक, आतंकी राजधानी दिल्ली समेत कई बड़े शहरों में और जम्मू-कश्मीर में एक बड़ी साजिश के तहत साइबर स्पेस (cyberspace) को प्रभावित करना चाहते थे. इसके साथ ही कई बड़ी आतंकी वारदातों को अंजाम देने के लिए पिछले काफी समय से आतंकी संगठनों द्वारा साजिश रची जा रही थी. इस मामले की जानकारी मिलने के बाद एनआईए ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (Laskhar-e-Taiba (LeT), जैश ए मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed (JeM), हिजबुल मुजाहिदीन (Hizb-ul-Mujahideen (HM), अल बदर (Al Badr) जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ एक नई FIR दर्ज की है.
उसके बाद इस मामले में एनआईए के दिल्ली मुख्यालय से कई वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी कश्मीर जाकर इस छापेमारी को अंजाम दिया. तफ़्तीश के दौरान इन चारों आरोपियों वसीम अहमद सोफी (Waseem Ahmed Sofi ), तारिक़ अहमद (Tariq Ahmed Dar), बिलाल अहमद मीर (Bilal Ahmed Mir), तारिक अहमद (Tariq Ahmed Bafanda) का कनेक्शन कई आतंकियों और उसके संगठनों के साथ सीधे तौर पर जुड़ रहा था.
मामले में इन लोगों से शुरुआती पूछताछ की गई, तो बयानों में विरोधाभास देखने को मिला. लिहाजा मामले की गंभीरता को देखते हुए इन चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी करने के बाद जांच एजेंसी के तफ़्तीशकर्ता अब आगे विस्तार से पूछताछ कर रहे हैं. जांच एजेंसी के वरिष्ठ सूत्रों के मुताबिक जल्द ही इस मामले पर कई अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी संभव है. इस ऑपरेशन को अंजाम देने के वक्त ये इनपुट भी मिले हैं कि आतंकियों और आतंकी संगठनों के तार सीधे तौर पर पाकिस्तान से भी जुड़ रहे हैं.