जयपुर : आइसोलेशन में चिकित्सक 3 बार फोन कर पूछेंगे-कैसा है आपका स्वास्थ्य
जयपुर। राजस्थान में मिल रहे कोरोना के एसिंप्टोमेटिक मरीजों को घरेलू एकांतवास के दौरान अब संबंधित जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) के संपर्क में रहना होगा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे मरीजों के लिए सीएमएचओ के लिए दायित्व तय किए हैं। घरेलू एकांतवास किए जा रहे रोगियों के कोरोना संबंधी सवालों व समस्याओं के निदान के लिए एक दिशानिर्देश पुस्तिका तैयार की गई हैं, जो सभी जिलों को भिजवाई गई है। इस पुस्तिका के आधार पर ही मरीजों का उपचार किया जाएगा। प्रदेश में घरेलू एकांतवास किए जा रहे सभी मरीजों को यह पुस्तिका आवश्यक रूप से उपलब्ध करवाई जाएगी। इसी के साथ संबंधित सीएमएचओ घरेलू एकांतवास किए गए मरीज को दवाओं का किट भी मुहैया करवाएंगे।
विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोरा की ओर से प्रदेश के सभी सीएमएचओ से यह कहा गया है कि उनके जिलों में जितने भी मरीज घरेलू एकांतवास में किए गए हैं, उन सभी को यह दिशानिर्देश पुस्तिका आवश्यक रूप से उपलब्ध करवाएं। साथ ही, पैरासिटामोल, जिंक सल्फेट तथा विटामिन सी की दवाओं का एक किट जिपर बैग में तैयार कर 10 सर्जिकल मास्क के साथ घरेलू एकांतवास किए गए रोगियों तक पहुंचाएं। हिदायत यह भी है कि सीएमएचओ के अधीन या जिला वार रूम में उपलब्ध चिकित्सकों की ओर से 14 दिन के घरेलू एकांतवास के दौरान कम से कम 3 बार कोरोना मरीज से फोन पर बात कर संबंधित के स्वास्थ्य की जानकारी हासिल की जाएगी तथा उसे आवश्यकतानुसार परामर्श दिया जाएगा। जरुरत पडऩे पर अपरिहार्य स्थिति में ऐसे मरीज को अस्पताल में भर्ती करवाना सुनिश्चित किया जाएगा। सीएमएचओ कार्यालय की टीम 14 दिन बाद कोरोना मरीज को फोन कर उसके स्वास्थ्य की जानकारी के आधार पर आइसोलेशन खत्म करने के संबंध में निर्देश देंगे।