बुलंदशहर : जड़ौल के पूर्व प्रधान की गोलियों से भून कर हत्या, सपा पूर्व मंत्री हितेश कुमारी के घर के सामने घटना को दिया अंजाम
यूपी का जनपद बुलंदशहर उस वक्त गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा जब स्कोर्पियो कार में सवार होकर आए 4 बदमाशों ने जड़ौल गांव के पूर्व प्रधान को गोलियों से छलनी कर दिया। पुलिस के मुताबिक मृतक खुद भी पूर्व हिस्ट्रीशीटर था, मग़र यूपी में आज भी बदमाशों के हौंसले किस क़दर बुलंद हैं, इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि बदमाशों ने इस घटना को बुलंदशहर की सबसे पॉश कॉलोंनी और सपा सरकार में राज्य मंत्री रही हितेश कुमारी के घर के सामने अंजाम दिया है।
बुलंदशहर के कोतवाली देहात क्षेत्र में बदमाशों ने कार सवार जड़ौल के पूर्व प्रधान संजय की ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी। हमलावरों ने मृतक संजय को लगभग एक दर्जन गोलियां मारी और घटना को अंजाम देकर फरार हो गए। घटना को सपा सरकार में राज्य मंत्री रही हितेश कुमारी के घर के सामने अंजाम दिया गया। बुलंदशहर पुलिस के आला अधिकारियों की ओर से दावा किया गया कि मृतक संजय पूर्व में थाना खानपुर का हिस्ट्रीशीटर था। पुलिस के मुताबिक़ मृतक पर लूट, डकैती और हत्या जैसे कई मामले भी दर्ज थे। घटना सोमवार रात करीब 10 बजे की है जब यमुनापुरम कॉलोनी में पूर्व मंत्री हितेश कुमारी के घर के सामने स्कोर्पियो कार में सवार होकर आए 4 हमलावरों ने कार सवार पूर्व प्रधान पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं और फरार हो गए। जिसमें पूर्व प्रधान संजय की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि लॉक डाउन के दरमियान फ़िल्मी अन्दाज़ में ताबड़तोड़ फायरिंग कर पूर्व प्रधान की हत्या से इलाक़े में सनसनी फैल गई। हालांकि सूचना मिलते ही एसएसपी, एसपी सिटी समेत जनपद के तमाम अधिकारी मौके पर पहुँच गए। फिलहाल कोतवाली देहात पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।
शुरुआती जांच में पुलिस रंजिश के चलते हत्या किए जाने की आशंका जता रही है। साथ ही पुलिस अधिकारी दावा कर रहे हैं कि आरोपियों को गिरफ्तार कर जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा।
हालांकि आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए बुलंदशहर एसएसपी की ओर से 6 टीमों का गठन किया गया है, जबकि एसएसपी का दावा है कि कॉलोनी में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से पुलिस जल्द हमलावरों तक पहुंच जाएगी, मगर लॉकडाउन बीच बुलंदशहर की सबसे पॉश कॉलोंनी में पूर्व मंत्री के घर के सामने हमलावरों ने जिस तरह ताबड़तोड़ फायरिंग कर पूर्व प्रधान को मौत के घाट उतारा है उसके बाद पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लाज़मी हैं।