अब बादलों में भी छुप नही सकेगा दुश्मन! इसरो ने लांच किया खोजी सेटेलाइट
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने एक बार फिर भारत के नाम अभूतपूर्व सफलता लिख दी है।भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने रिसेट-2बी उपग्रह का सफल प्रक्षेपण कर यह कारनामा कर दिखाया है। तमिलनाडु के श्रीहरीकोटा से रिसेट-2बी उपग्रह का प्रक्षेपण किया गया। यह प्रक्षेपण पीएसएलवी-सी46 से किया गया। यह प्रक्षेपण इस लिहाज से भी मायने रखता है क्योंकि यह रिसेट सैटेलाइट का चौथा उपग्रह है। इसकी मदद से दुश्मनों पर नजर रखना और आपदा के समय में सही जानकारी इकट्ठा करना आसान हो जाएगा। रिसेट की सेवा को ध्यान में रखते हुए 300 किलोग्राम के रिसेट-2बी सैटेलाइट के साथ सिंथेटिक अपर्चर रडार इमेजर को भी भेजा गया है। इसरो के मुताबिक बादल होने पर रेगुलर रिमोट सेंसिंग या ऑप्टिकल इमेजिंग सेटेलाइट धरती पर हो रही छोटी गतिविधियों की सही स्थिति नहीं दिखा पाते हैं। सिंथेटिक अपर्चर रडार इस कमी को पूरा करेगा। इसकी मदद से किसी भी मौसम में चाहे घने बादल हों, मूसलाधार बारिश हो या फिर रात का अंधेरा, ये सही तस्वीर जारी करेगा। इससे आपदा के समय राहत पहुंचाने और सुरक्षाबलों को दुश्मनों के ठिकानों की सही जानकारी मिलने में आसानी होगी।
इसरो अपने नए उपग्रह को 555 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थापित करेगा। रीसेट-2 के लगभग सात साल के बाद भारतीय-राडार इमेजिंग उपग्रहों की सीरिज में रीसेट-2बी की लॉन्चिंग हो रही है।