इजराइली PM से मिले मोदी:नफ्ताली बेनेट ने PM मोदी से कहा
इजराइल में आप बेहद लोकप्रिय, आइए और मेरी पार्टी जॉइन कर लीजिए
UN COP26 मीटिंग से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इजराइली प्राइम मिनिस्टर नफ्ताली बेनेट की पहली मीटिंग हुई। इस मुलाकात को लेकर दोनों ही पक्ष काफी उत्सुक थे। इसकी वजह यह थी कि इजराइल में नई सरकार आने के बाद दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों की कोई मुलाकात नहीं हुई थी।
बेनेट और मोदी की मीटिंग का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें बेनेट भारत के प्रधानमंत्री से कहते हैं कि आप हमारे देश में बेहद पॉपुलर हैं। इजराइल आइए और मेरी पार्टी में शामिल हो जाइए।
इजराइल के पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और मोदी के बीच पर्सनल कैमिस्ट्री काफी अच्छी मानी जाती थी। अब बेनेट प्रधानमंत्री हैं और उनकी पार्टी की पहचान एक कट्टरपंथी पार्टी की है। टाइम्स ऑफ इजराइल ने मोदी और बेनेट की मुलाकात पर एक स्पेशल रिपोर्ट पब्लिश की है। बेनेट दिसंबर में भारत के दौरे पर आ सकते हैं।
दोनों देश साथ चलने को तैयार
स्कॉटलैंड के ग्लास्गो में UN COP26 क्लाइमेट समिट के दौरान दोनों नेताओं के बीच अभिवादन हुआ था। इसके बाद मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी और बेनेट ने अलग से बातचीत की। इजराइली प्रधानमंत्री मोदी के होटल पहुंचे और दोनों नेताओं ने लंबी बातचीत की
इजराइल में नई सरकार आने के बाद दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों की यह पहली मुलाकात है।
मुलाकात के पहले बेनेट ने इजराइली मीडिया से कहा- मोदी वह व्यक्ति हैं जिन्होंने भारत और इजराइल के बीच मजबूत रिश्तों की शुरुआत की। दोनों देश की संस्कृति और विरासत काफी प्राचीन है। हम चाहते हैं कि यह रिश्ते अब और मजूबत हों। दोनों देश विकास के रास्ते पर मजबूती से चलने को तैयार हैं।
दिल की बात
रिपोर्ट के मुताबिक, बेनेट और मोदी के बीच कुछ बेहद अहम मुद्दों पर बातचीत हुई। दोनों ने आपसी रिश्तों की समीक्षा की। इस दौरान हाई टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के विस्तार पर भी बातचीत हुई। बेनेट ने बाद में कहा कि यह किसी के हितों का मामला नहीं है। यह हमारी गहरी दोस्ती का मामला है, जिसे हम और मजबूत करना चाहते हैं। हर कोई इस दोस्ती की महक महसूस कर सकता है।
बेनेट ने कहा, मोदी इजराइल में काफी लोकप्रिय हैं। हम मोदी से काफी कुछ सीख सकते हैं और सीख भी रहे हैं। मैं चाहता हूं कि हमारे पिछले प्रधानमंत्री ने जो रास्ता अपनाया था, हमें उस पर और आगे चलना है। दोनों देशों को साथ चलने की जरूरत है।
दोस्ती के 30 साल
भारत ने 30 साल पहले इजराइल को एक अलग देश के तौर पर मान्यता दी थी। तब भारत के इस कदम से कुछ अरब देश खफा भी हुए थे। मोदी के सत्ता में आने के बाद दोनों देशों के रिश्तों में काफी मजबूती आई।
प्रधानमंत्री मोदी खुद इजराइल का दौरा कर चुके हैं और इजराइली प्रधानमंत्री रहे नेतन्याहू भी भारत आए थे। अक्टूबर में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर इजराइल गए थे। इस दौरान उन्होंने बेनेट को भारत आने का न्योता दिया था।
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