“Israel-Hamas War : रूस का तनाव, अमेरिका-रूस टकराव?”
Israel-Hamas War में रूस की भूमिका ने वैश्विक स्तर पर नई चिंताएं पैदा कर दी हैं। जहाँ अमेरिका खुलकर इजराइल का समर्थन कर रहा है.
Israel-Hamas War में रूस की भूमिका ने वैश्विक स्तर पर नई चिंताएं पैदा कर दी हैं। जहाँ अमेरिका खुलकर इजराइल का समर्थन कर रहा है और सैन्य सहायता भेज रहा है, वहीं रूस ईरान के साथ नज़दीकी बढ़ाते हुए हमास का अप्रत्यक्ष समर्थन करता नजर आ रहा है। ईरान पर हमास को हथियार और वित्तीय मदद पहुंचाने के आरोप हैं, और रूस का सहयोग इस संघर्ष को और जटिल बना रहा है।
“Israel-Hamas War: फ्रांस की नाराज़गी, रूस का ईरान का समर्थन”
Israel-Hamas War रूस ने हाल ही में ईरान को सैन्य मदद और तकनीकी सहयोग दिया है, जो पश्चिमी देशों के लिए खतरे की घंटी है। इससे न केवल इजराइल-हमास के संघर्ष में बल्कि वैश्विक राजनीति में भी शक्ति संतुलन बिगड़ सकता है। अगर रूस और अमेरिका दोनों इस क्षेत्र में अपनी-अपनी तरफ से सक्रिय रूप से शामिल होते हैं, तो यह लड़ाई सीमित संघर्ष से बढ़कर एक बड़े अंतरराष्ट्रीय टकराव का रूप ले सकती है।
Israel-Hamas War अमेरिका पहले ही इजराइल को कई बिलियन डॉलर की सहायता प्रदान कर रहा है, जिसमें हवाई सुरक्षा सिस्टम और हथियार शामिल हैं। वहीं रूस, जो पहले ही यूक्रेन युद्ध में पश्चिमी देशों के खिलाफ है, अब मिडिल ईस्ट में भी अप्रत्यक्ष रूप से अमेरिका के विरोध में खड़ा हो सकता है। रूस का ईरान से करीबी रिश्ता इस बात का संकेत है कि वह इस संघर्ष में रणनीतिक रूप से अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।
अगर रूस और अमेरिका मिडिल ईस्ट के इस युद्ध में और गहराई से उलझते हैं, तो यह संघर्ष वैश्विक स्तर पर और भी भयावह हो सकता है, जिससे दुनिया की शांति और स्थिरता पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।