कोरोना मरीजों के लिए ट्रेन की बोगी बनी आइसोलेशन वॉर्ड, सेवा देने के लिए तैयार रेलवे
कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी को देखते हुए देश में हर तरफ सावधानियां बरती जा रही हैं। वहीं अस्पतालों के साथ-साथ ट्रेन में आइसोलेशन वॉर्ड बनाए जा रहे हैं। अब ट्रेन आसोलेशन रक्षक वार्ड के साथ पटरियों पर दौड़ेगी। जहां भी इस रक्षक वार्ड की जरूरत पड़ेगी वहां ट्रेन की पटरियों पर खड़ी होकर आसोलेशन रक्षक वार्ड सेवा देगी।
सरकार के निर्देशानुसार पूर्वोत्तर रेलवे का मुख्यालय, गोरखपुर में आसोलेशन वार्ड बनकर तैयार हुआ है। पूर्वोत्तर एनी रेलवे कुल 38 बोगियों को आइसोलेशन वार्ड बनाएगा। जिसमें यह रक्षक बोगी पैरामेडिकल स्टाफ समेत मरीजों की भी रक्षा करेगी। चारों तरफ मच्छरों से बचने के लिए खिड़कियों को जालियों से ढक दिया गया है। साथ ही 2 टॉयलेट में 1 को बाथरूम तो दूसरे में नहाने के लिए शावर, हाथ धोने के लिए सैनिटाइजर और कोरोना पीड़ितों के मरीज को बैठकर नहाने के लिए एक छोटा प्लास्टिक स्टूल बैठने के लिए और एक प्लास्टिक की बाल्टी और मग नहाने के लिए इंतेजाम किये गए है।
सिर्फ इतना ही नहीं केबिन में प्लास्टिक के पर्दे वाला केबिन पैरामेडिकल स्टाफ के लिए रखा गया है। जिसमें तीन डस्टबिन भी हैं। उसके अलावा आगे के केबिन में मरीज को रखा जाएगा और एक केबिन में केवल एक मरीज होगा। उस मरीज के इलाज के लिए ऊपर चार हुक दिए गए हैं। दो बोतल रखने की अलग से सिस्टम लगाया गया है। संबंधित अधिकारी से बात करने पर उन्होंने बताया कि कुल 38 बोगियां मिली है। 38 बोगियों में 21 आइसोलेशन वॉर्ड तैयार कर लिए गए हैं। एक बोगी में 9 केबिन होता है। जिसमें एक पैरामेडिकल स्टाफ के लिए होगा। बाकी आठ केबिन 8 मरीजों के लिए होगा।
आपको बता दें कि क्वॉरंटाइन के लिए मरीजों का खास ख्याल रखा गया है। बोगी पूरी तरह बनकर तैयार है। अब डिमांड वाली जगह पर रेलवे इन्हें भेजने के लिए तैयार है।