इरफान खान अपकमिंग सीरीज:’ गोरमिंट
तांडव' और 'पाताल लोक' कंट्रोवर्सी के चलते रूकी हुई थी मरहूम इरफान की पहली वेब सीरिज 'गोरमिंट', अब रिलीज करने की है तैयारी
‘तांडव’ और ‘पाताल लोक’ पर मची कंट्रोवर्सी के चलते मरहूम इरफान की पहली वेब सीरिज ‘गोरमिंट’ पिछले दो सालों से रिलीज का इतजार कर रही है। अब मिली जानकारी के मुताबिक, यह अमेजॉन प्राइम पर रिलीज होने को तैयार है। सीरीज के शो रनर ए.आई.बी वाले गुरसिमरन खंबा हैं। इसमें मौजूदा सरकार के कार्यकाल में पड़ोसी देशों के साथ रहे रिश्तों पर तंज कसा गया है। इसे ‘तांडव’ के तुरंत बाद प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया जाना था, मगर उस पर शो पर मचे विवाद के चलते इसे अब तक होल्ड किया गया है। यह सीरिज नौ एपिसोड्स की है। स्ट्रीम करने वाले प्लेटफॉर्म के अधिकारियों को लगा कि इसमें मौजूदा सरकार के कामकाज पर हास्य पिरोया गया है, वह कहीं लोगों को ‘तांडव’ और ‘पाताल लोक’ की तरह नागवार न गुजरे। अब जबकि दोनों सीरिज पर विवाद की आंच धीमी हुई है तो इसे रिलीज करने की तैयारियां जोर पकड़ रहीं हैं।
सीरीज में इरफान का था कॉमेडी रोल
गुरसिमरन खंबा के करीबियों ने बताया, “इसमें इरफान कॉमेडी करते हुए नजर आते हैं। वह कल्चर मिनिस्टर के रोल में थे, जो मूल रूप से बॉलीवुड से राजनीति की तरफ शिफ्ट होता है। उस किरदार के मैनेरिज्म अभिनेता जीतेंद्र की तरह थे। वो बॉडी लैंग्वेज इरफान ने भली भांति पकड़ा था। हालांकि तीन एपिसोड्स के बाद उन्हें कैंसर डायग्नॉज हुआ। फिर वो लंदन ट्रीटमेंट कराने के लिए चले गए। वापसी पर उन्होंने ‘इंग्लिश मीडियम’ की, जो उनका पुराना कमिटमेंट था।”
सीरीज में कैमियो में नजर आएंगे अमोल पालेकर
लिहाजा इरफान की जगह कल्चर मिनिस्टर का रोल मानव कौल ने प्ले किया। फिल्म में मौजूदा सरकार की क्या गूफ अप्स यानी गड़बड़ियां रहीं हैं, वह भी प्लॉट में जाहिर किया गया है। मूल रूप से सरकार के एक डिपार्टमेंट से कुछ गड़बड़ी होती है। उसे छिपाने के लिए बाकी डिपार्टमेंट के मंत्री और नौकरशाह क्या कदम उठाते हैं, वह सब इसमें है। मानव कौल के अलावा सीरीज में अमोल पालेकर भी हैं। अमोल का हालांकि इसमें कैमियो है। अमोल पालेकर अमेजॉन की ही एक और वेब सीरीज कर रहें हैं। उसमें उनके साथ शाहिद कपूर हैं। उसका भी एक शेड्यूल हो चुका है।
सीरीज में दिखाया गया है कि कंट्री किस दौर से गुजर रही है
सीरीज से जुड़े सूत्रों ने कहा, “कंटेंट में तंज तो है ही, डिजाइन के लिहाज से भी इस सीरीज में प्रयोग किए गए हैं। नौकरशाहों के जो ऑफिस हैं, उन्हें बड़ा आरामदायक नहीं बनाया गया है। उनके सोफे, कुर्सियां आदि सब ऐसे हैं, जिस पर इंसान बैठे तो उसे तकलीफ हो। जर्मन आर्किटेक्चर यूज हुआ है। कंक्रीट, सॉलिड ब्लॉक का इस्तेमाल हुआ है। इनके मेटाफर वाले मीनिंग हैं। इससे जाहिर किया गया है कि कंट्री अभी किस दौर से गुजर रही है। मेकर्स ने बैंकॉक में जाकर सीरीज के लिए सार्क सम्मेलन का सीक्वेंस फिल्माया। अमोल पालेकर यहां सीनियर ब्यूरोक्रैट के रोल में है। मुंबई में महबूब स्टूडियो में नॉर्थ ब्लॉक रीक्रिएट किया गया था।”