अयोध्या पर SC फैसले पर बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने फैसले का किया स्वागत
अयोध्या विवाद पर देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट ने सुप्रीम फैसला सुना दिया है | कोर्ट ने पूरी विवादित ज़मीन रामलला को दे दी है | सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या में कहीं पर 5 एकड़ की वैकल्पिक ज़मीन दी जाएगी | कोर्ट इस फैसले के बाद बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि हम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं | फैसले से पहले बातचीत में भी इकबाल अंसारी ने कहा था कि फैसला जो कुछ भी होगा हम उसका सम्मान करेंगे | फैसले के मद्देनजर अंसारी ने कहा था कि सभी नेता और समाज के प्रतिनिधित्व करने वाले वर्ग यही संदेश दे रहे हैं कि अदालत का फैसला माना जाएगा और उस फैसले को लेकर कोई भी ऐसी बात न की जाए जिससे किसी को तकलीफ हो |
अंसारी ने कहा था कि शीर्ष अदालत जो भी फैसला करेगी, हमें मान्य होगा | उन्होंने कहा कि यह कोई जीत-हार का फैसला नहीं है, बल्कि इससे तो दोनों समुदायों के बीच का द्वेष खत्म हो जाएगा |
सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि विवादित जमीन रामलला की है | कोर्ट ने इस मामले में निर्मोही अखाड़े का दावा खारिज कर दिया | कोर्ट ने कहा कि तीन पक्ष में जमीन बांटने का हाई कोर्ट फैसला तार्किक नहीं था | कोर्ट ने कहा कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ की वैकल्पिक जमीन दी जाए | इसके साथ ही कोर्ट ने कहा कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को भी वैकल्पिक ज़मीन देना ज़रूरी है |