तुर्की पर बढ़ेगा एथेंस का प्रभाव, गेम चेंजर साबित होगी ग्रीस-फ्रांस डील: विश्लेषक
तेहरान: ग्रीस और फ्रांस के बीच एक रक्षा समझौता किया गया है जिससे तुर्की बेहद खफा है। एक रक्षा विश्लेषक ने कहा है कि पूर्वी भूमध्य सागर को लेकर की गई यह डील एक “गेम-चेंजर” है क्योंकि फ्रांसीसी फ्रिगेट एथेंस को तुर्की पर नौसैनिक वर्चस्व का अधिकार दे देंगे । इससे एथेंस का तुर्की पर प्रभाव बढ़ेगा और यह डील गेम चेंजर साबित होगी। तेहरान टाइम्स के अनुसार रक्षा विश्लेषक एंड्रियास माउंटजौरौलियास माउंटज़ौरौलियास ने कहा, “यह युद्धपोत नौसेनाओं के लिए डिज़ाइन किया गया है जो एक कॉम्पैक्ट फ्रिगेट की तलाश में हैं जो अकेले या टास्क फोर्स के भीतर बड़ी संख्या में मिशन करने में सक्षम हैं।”
तुर्की ने दोनों देशों के बीच हुई इस डील को क्षेत्र की सुरक्षा के लिए खतरा करार दिया है। इस समझौते के तहत किसी अन्य देश द्वारा हमला किए जाने की सूरत में दूसरा देश तुरंत सैन्य मदद भेजेगा। वहीं, इस समझौते के बाद ग्रीस फ्रांस से तीन बेलहारा युद्धपोत भी खरीदेगा। इन तीनों का निर्माण फ्रांस ने ही किया है। इनकी एक खास बात ये है कि ये बेहद एडवांस्ड और पावरफुल हैं। इस तरह के जहाज ग्रीस के पास नहीं हैं।
फ्रांस इन तीनों जहाजों को 2025 तक ग्रीस को सौंप देगा। इसके अलावा ग्रीस के पास चौथा जहाज खरीदने का भी एक विकल्प और होगा। बेलहारा युद्धपोत एयर डिफेंस सिस्टम से युक्त हैं। इसके अलावा इनमें एंटी सबमरीन वारफेयर तकनीक भी लगी है और लंबी दूरी से ही अपने एयर टार्गेट को मार गिराने की भी काबलियत इन जहाजों में उपलब्ध है। इन जहाजों के होने से ग्रीस की ताकत काफी बढ़ जाएगी।
इस डील पर दोनों देशों की तरफ से पेरिस में हस्ताक्षर किए गए हैं। इस डील पर प्रतिक्रिया देते हुए तुर्की ने इसकी कड़ी आलोचना की है। तुर्की के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता तंजू बिल्गीककंडेम्ड का कहना है कि इन जहाजों के आने के बाद ग्रीस समुद्र में अपनी सीमाओं को बढ़ाने के लिए आक्रामक रुख इख्तियार कर सकता है। उन्होंने ये भी आरोप लगाया है कि इस समझौते को कर के ग्रीस ने अंतरराष्ट्रीय नियमों की अवहेलना कर सकता है।